मुज़फ्फरनगर, 25 मार्च (बु.)। लॉक डाउन लागू होने के बाद जिला अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की तादाद घटी है, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी उन बीमार लोगों को हो रही है जिन्हें डॉयल 108 ने लाकर भर्ती तो कर दिया था, पर अब उन्हें छुट्टी मिलने के बाद उन्हें अपने साधन से लौटने को कहा जा रहा है। परेशानी यह है कि सभी बसें, रेलगाडियां और ई रिक्शा आदि सार्वजनिक परिवहन व्यवस्थाएं ठप्प हैं। प्रदेश में लॉक डाउन लागू होने से पूर्व जिला चिकित्सालय में रोगियों की खासी भीड़ नजर आती थी। अब स्थिति यह है कि मरीजों की तादाद कम है। इनमें भी आसपास की आबादी के लोग ही सुबह बाजार खुलने के समय में वहां आते हैं। मुसीबत उन लोगों की है जिन्हें डायल 108 से लाकर भर्ती तो कर दिया गया था, लेकिन अब उन्हेें वहां से डिसचार्ज करने के बाद अस्पताल कोई वाहन सुविधा नहीं दे रहा है। उनका कहना है कि परिवहन के तमाम साधन बंद हैं। ऐसे में वे कैसे अपने घरों को लौटें। शहर या आसपास के लोग तो जुगाड़ करके लौट सकते हैं, लेकिन शहर से बाहर जाने वालों के लिए तो बस आदि कोई सुविधा नहीं है। इस पर शहर की सीमाएं लगभग सील हैं तो बाहर से कम ही लोग आ रहे हैं।