मुजफ्फरनगर, जिले में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती पर अवकाश होने के बावजूद शुक्रवार को ठेकेदार शराब बेचने से बाज नहीं आए। ठेके के शटर के बराबर में छेद बनाकर दिन भर शराब बेची जाती रही। ठेके के सेल्समैन की यह पूरी करतूत बुलेटिन के केमरे में कैद हो गई। अब आबकारी अधिकारी इस मामले में कार्यवाही की बात कह रहे हैं। सवाल उठता है कि क्या प्रशासन का आदेश शराब ठेकेदारों के लिए कोई मायने नहीं रखता? अलमासपुर के अलावा अन्य शराब के ठेकों पर भी इसी तरह बिक्री का खेल चलता रहा।
करते रहिए अवकाश, हम तो बेचेंगे…. देखिए पूरी NEWS
https://fb.watch/jW6vX_pe41/?mibextid=RUbZ1f
जिला प्रशासन ने अम्बेडकर जयंती पर 14 अप्रैल को शराब के ठेकों की बंदी के आदेश दिये थे। शुक्रवार दोपहर को मुजफ्फरनगर बुलेटिन की टीम नगर पालिका के वार्ड नम्बर एक अलमासपुर में चुनावी माहौल का जायजा लेने पहुंची थी। लोगों से बातचीत के दौरान गांव के अंग्रेजी शराब के ठेके पर छुट्टी के बावजूद शराब बेचे जाने की शिकायत सामने आई। टीम जब ठेके के सामने पहुंची तो लोगों की शिकायत सही साबित हुई। अंग्रेजी शराब के ठेके का शटर तो बंद था, लेकिन शटर के बराबर में एक छेद दीवार में किया गया था। इसी छेद से पानी की सप्लाई के लिए एक छोटा पाइप दुकान में अंदर जा रहा है। शराब के शौकीन इसी छेद के माध्यम से शराब की खरीदारी करते नजर आये। छेद के अंदर पहले मांग के अनुरूप रकम पहुंचाई जा रही थी और इसके बाद अंदर मौजूद सेल्समैन शराब का क्वार्टर, हाफ और बोतल उपलब्ध करा रहा था। ठेके में यह छेद इतना नीचा बना हुआ है कि शराब खरीदने वाले को नीचे बैठकर शराब लेनी पड़ती है। अम्बेडकर जयंती पर छुट्टी के बावजूद शराब बेचने का यह पूरा खेल बुलेटिन टीम ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। शराब खरीदने वालों से जब सवाल किया गया तो उनका कहना था कि नियम तो तोड़ने के लिए ही बनते हैं। सेल्समैन से भी बात करने की कोशिश की गई, लेकिन सीसीटीवी कैमरे में बुलेटिन टीम को देखकर वो सारा माजरा समा गया। तत्काल ठेके के ऊपर बनी बिल्डिंग में आकर शराब बेचने से इंकार करता रहा। इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश का कहना है कि अम्बेडकर जयंती पर शराब के ठेके पूरी तरह बंद करने के आदेश जारी किये गये थे। बावजूद इसके शराब बेचने वाले ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आबकारी विभाग क्या कार्रवाई करता है।