मथुरा, 29 मार्च (वार्ता)। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की कवायद के तहत देश व्यापी लॉकडाउन में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद एवं उज्वल ब्रज द्वारा शुरू किया गया हर भूखे को रोटी देने का अभिनव अभियान नर सेवा नारायण सेवा बन चुका है।
हर कोई इस अभियान की ओर चुम्बक की तरह खिंचा चला आ रहा है वहीं इस अभियान ने उन लोगों को झकझोर दिया है, जो इस प्रकार के अभियान की तलाश में थे, लेकिन उन्हें इसका अवसर नही मिल पा रहा था। उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा ने रविवार को बताया कि इस अभियान के अंतर्गत अब तक तीस हजार से अधिक भोजन के पैकेट वितरित किये जा चुके हैं तथा उज्ज्वल व्रज के साथ शुरू किये गए इस अभियान में अब तक जीएलए यूनिवर्सिटी, श्रीकृष्ण गोशाला वृन्दावन, फोगला आश्रम वृन्दावन जुड़ चुके हैं और अब उनके पास मुम्बई और कोलकाता से भी उदारमना दानदाताओं के फोन इससे जुड़ने के लिए आ रहे हैं। मिश्र ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रधानमंत्री ने लाक डाउन की घोषणा की तो लोग इसमें सहयोग के लिए घरों में स्वतरू कैद हो गए। अचानक की गई लाक डाउन की व्यवस्था से गोवर्धन मथुरा, नन्दगांव और राधारानी की नगरी वृन्दावन में उन लोगों के सामने भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई, जो भंडारे/ अन्न क्षेत्र आदि पर ही निर्भर रहते हैं क्योंकि एक ही जगह पर अधिक लोगों का एकत्र होना रोकने के लिए आश्रमों, समाजसेवियों एवं दानदाताओं को अपने हांथ खींचने पड़े। यह उन लोगों पर वज्रपात था, जो इन्ही पर निर्भर रहते थे। इनमें उन साधुओं की संख्या भी बहुत अधिक है, जो व्रज में भजन करने के लिए ही आए हैं। इसके अलावा दिहाड़ी मजदूरों एवं वृन्दावन, मथुरा, गोवर्धन और बरसाना में आए तीर्थयात्रियों के सामने भी खाने की समस्या उत्पन्न हो गई। इस समस्या के निराकरण के लिए उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने आनन फानन में व्यवस्था बनाई और उज्वल व्रज के साथ इसकी शुरूआत तीन दिन पहले कर दी तो उन लोगों के लिए यह सुविधा रेगिस्तान में पानी बरसने सी हुई। मिश्रा के अनुसार नौ वाहनो और 50 स्वयंसेवकों से यह अभियान मथुरा, वृन्दावन, गोवर्धन, नन्दगांव में चल रहा है तथा अब तक तीस से अधिक लोगों को खाने के पैकेट बाटे जा चुके थे और पैकेट का वितरण जारी था। उनका कहना था कि यह सुविधा सरकारी सुविधा से अलग है।