नई दिल्ली, 29 मार्च (नेट)। देश कोरोना वायरस के संकट के बीच देश के प्रधानमंत्री ने कोरोना वायरस संकट से लडऩे के लिए देशवासियों से मदद मांगी तो आम से लेकर खासकर संकट की इस घड़ी में साथ खड़ा हो गया। कोरोना संकट से निपटने के लिए बड़े उद्योगपतियों ने सहायता राशि प्रधानमंत्री राहत कोष में दी। कोटक महिंद्रा बैंक और प्रबंध निदेशक उदय कोटक ने पीएम केयर्स फंड ने 25-25 करोड़ का किया योगदान दिया तो वहीं टाटा संस और टाटा ट्रस्ट ने भी अपना खजाना खोल दिया। टाटा संस और टाटा ट्रस्ट ने कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष में 1500 करोड़ रुपए डाले। पीएम केयर्स फंड में डाले गए इस धनराशि का उपयोग स्वास्थ्यकर्मियों और कोरोना वायरस से प्रभावितों के लिए आवश्यक मेडिकल सुरक्षा उपकरण, जांच के लिए किट्स की खरीद और कोरोना वायरस के इलाज सुविधाओं की स्थापना के लिए किया जाएगा। रतन टाटा ने इस बारे में ट्विट कर जानकारी दी और कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टाटा ट्रस्ट की तरफ से 500 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। वहीं टाटा संस की ओर से पीएम राहत कोष में 1000 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा गु्रप के मुखिया आनंद महिंद्रा ने महिंद्रा के रिजॉट्र्स को संक्रमित लोगों की केयर फैसिलिटी के तौर पर इस्तेमाल करने की पेशकश की थी। महिंद्रा समूह ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए वेंटिलेटर उपलब्ध कराने की पेशकश की है। वहीं रिलायंस फाउंडेशन ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए मुंबई के सेवेन हिल्स अस्पताल में 100 बेड का कोविड-19 अस्पताल बना दिया है। वहीं इलाज के लिए इस्तेमाल होने वाली मास्क, प्रोटेक्टिव सूट उपलब्ध कराए गए है। वहीं रिलायंस ने महाराष्ट्र (रिलीफ फंड में 5 करोड़ रुपये दिए हैं) फारूक अब्दुल्ला ने दिए अतिरिक्त 1.5 करोड़ रुपये -नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और पार्टी सांसद डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला ने कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग के मद्देनजर 1.5 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि जारी की है। ये जानकारी नेशनल कांफ्रेंस की ओर से दी गई है।