मुज़फ्फरनगर, 27 मार्च (बु.)। पैदल घर लौटते युवाओं की बुलेटिन टीम ने की मदद, 27 मार्च (बु.)। मुज फरनगर में वैश्विक मुसीबत का सबब बने कोरोना वायरस को लेकर शुरू हुए लॉक डाउन के बीच अपनों से मिलने की हड़बड़ाहट में तमाम बच्चे, महिला, बुजुर्ग और देश की युवा पीढ़ी सड़कों पर हर ओर तेजी से गंतव्य की ओर बढ़ती हुई दिखाई दे रही है, जिस पर योगी सरकार की सार्थक पहल वास्तव में बड़ा कदम है। रोजी-रोटी की खातिर अपनों से दूर संकट की घड़ी में फिर से वापस लौटने की जल्दी में दिख रहे हैं। ऐसे में शासन-प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई तमाम सुविधाओं से पूरी तरह से अनभिज्ञ ऐसे लोगों में पुलिस की लाठी का डर और जेल जाने की आशंका के बीच तमाम असहाय लोग पुलिस से छुपते छुपाते नगर की गलियों से लेकर हाईवे तक दिखाई दे रहे हैं। इनमेंं प्रदेश के जनपद इटावा समेत पड़ौसी प्रांत हरियाणा के हिसार से हरिद्वार, राजस्थान के भीलवाड़ा क्षेत्र से आने वाले लोगों की सं या भी बढ़ती जा रही है।
शनिवार को विश्वभर के साथ देश-प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की आशंका के बीच रोजी रोटी के लिए अपनों से दूर काम करते रहे तमाम लोगों में घर लौटने की जल्दी दिखाई दे रही है। ऐसे लोगों में जानकारी के अभाव के बीच प्रशासन को अलख जगाने को पहल करनी पड़ेगी, तभी सरकार की पवित्र मंंशा सफल हो सकेंगी। शनिवार को ऐसे ही हालातों का नजदीक से जायजा लेने जब बुलेटिन की टीम नेशनल हाईवे-58 पर पहुंची तो नगर क्षेत्र के खालापार रहमत नगर में प्रदेश के 7 युवाओं की टोली हाईवे की ओर पैदल ही जाती दिखाई दी। बुलेटिन टीम ने जब इन युवाओं को रोकने का प्रयास किया तो इनमें से कई युवा उल्टे पैर शहर की ओर ही दौड़ पड़े, जिन्हें बामुश्किल समझाकर रोका गया। उन्होंने बताया कि शहर के खालापार मौहल्ले में पैंट-शर्ट सिलाई का काम करने वाले कारोबारी के द्वारा हाथ खड़े कर देने के बाद वें जनपद इटावा के गांव की ओर निकले हैं। उन्होंने बताया कि रोडवेज डिपो से बसों के संचालन की सही जानकारी के अभाव में पैदल ही जाने का बड़ा निर्णय लिया है, ताकि किसी तरह अपने घरों तक पहुंच सके। उन्होंने बताया कि पुलिस जवानों के खौफ और अकारण जेल जाने की आशंकाओं के बीच वें गाड़ी को देखते ही पीछे की ओर मुड़ गए थे। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री मालिक ने अभी उन्हें कुछ पैसे नगद देते हुए शेष धनराशि को उनके बैंक खातों में डालने का आश्वासन दिया है। इन युवाओं ने बताया कि वें इटावा जाएंगे लेकिन कैसे इसका उन्हें कोई ज्ञान नहीं है। घर लौट रहे इन युवाओं की व्यथा सुन बुलेटिन टीम ने एआरएम संदीप अग्रवाल को फोन करते हुए हाईवे पर फंसे इन युवाओं की व्यथा बताते हुए मदद की बात की, तब कहीं जाकर डिपो से आनन्द विहार की ओर जाने वाली रोडवेज बस के चालक-परिचालक को इन युवाओं को वहलना चौक से लेने के निर्देश दिए, तब कहीं जाकर इटावा जनपद के तमाम युवाओं को घर लौटने में बड़ी मदद मिली। एआरएम संदीप अग्रवाल ने मीडिया द्वारा किए गए इस प्रयास की सराहना करते हुए आश्वस्त किया कि भविष्य में ऐसे प्रयास जारी रहेंगे। बड़ी बात यह है कि जानकारी न होने के अभाव में बड़ी सं या में लोग पैदल जाने को विवश हैं, वहीं प्रदेश सरकार की उक्त पहल पर रोडवेज डिपो द्वारा संचालित बस ड्राइवरों को भी मानवीय संवेदना पैदा करनी होगी, ताकि घरों से दूर अपनों से मिलने की होड़ में सड़कों पर पैदल ही चलने को विवश इन लोगों की ओर बेहतर मदद हो सके। अर्थात रोडवेज बस डिपो के चालक परिचालक भी इस दिशा में सार्थक पहल करें तो इसके सार्थक परिणाम सामने आएंगे और योगी सरकार की पवित्र मंसा के चलते बिछुडों एवं अपनों से दूर लोगों को बड़ी मदद मिलेगी।
में वैश्विक मुसीबत का सबब बने कोरोना वायरस को लेकर शुरू हुए लॉक डाउन के बीच अपनों से मिलने की हड़बड़ाहट में तमाम बच्चे, महिला, बुजुर्ग और देश की युवा पीढ़ी सड़कों पर हर ओर तेजी से गंतव्य की ओर बढ़ती हुई दिखाई दे रही है, जिस पर योगी सरकार की सार्थक पहल वास्तव में बड़ा कदम है। रोजी-रोटी की खातिर अपनों से दूर संकट की घड़ी में फिर से वापस लौटने की जल्दी में दिख रहे हैं। ऐसे में शासन-प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई तमाम सुविधाओं से पूरी तरह से अनभिज्ञ ऐसे लोगों में पुलिस की लाठी का डर और जेल जाने की आशंका के बीच तमाम असहाय लोग पुलिस से छुपते छुपाते नगर की गलियों से लेकर हाईवे तक दिखाई दे रहे हैं। इनमेंं प्रदेश के जनपद इटावा समेत पड़ौसी प्रांत हरियाणा के हिसार से हरिद्वार, राजस्थान के भीलवाड़ा क्षेत्र से आने वाले लोगों की सं या भी बढ़ती जा रही है।
शनिवार को विश्वभर के साथ देश-प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की आशंका के बीच रोजी रोटी के लिए अपनों से दूर काम करते रहे तमाम लोगों में घर लौटने की जल्दी दिखाई दे रही है। ऐसे लोगों में जानकारी के अभाव के बीच प्रशासन को अलख जगाने को पहल करनी पड़ेगी, तभी सरकार की पवित्र मंंशा सफल हो सकेंगी। शनिवार को ऐसे ही हालातों का नजदीक से जायजा लेने जब बुलेटिन की टीम नेशनल हाईवे-58 पर पहुंची तो नगर क्षेत्र के खालापार रहमत नगर में प्रदेश के 7 युवाओं की टोली हाईवे की ओर पैदल ही जाती दिखाई दी। बुलेटिन टीम ने जब इन युवाओं को रोकने का प्रयास किया तो इनमें से कई युवा उल्टे पैर शहर की ओर ही दौड़ पड़े, जिन्हें बामुश्किल समझाकर रोका गया। उन्होंने बताया कि शहर के खालापार मौहल्ले में पैंट-शर्ट सिलाई का काम करने वाले कारोबारी के द्वारा हाथ खड़े कर देने के बाद वें जनपद इटावा के गांव की ओर निकले हैं। उन्होंने बताया कि रोडवेज डिपो से बसों के संचालन की सही जानकारी के अभाव में पैदल ही जाने का बड़ा निर्णय लिया है, ताकि किसी तरह अपने घरों तक पहुंच सके। उन्होंने बताया कि पुलिस जवानों के खौफ और अकारण जेल जाने की आशंकाओं के बीच वें गाड़ी को देखते ही पीछे की ओर मुड़ गए थे। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री मालिक ने अभी उन्हें कुछ पैसे नगद देते हुए शेष धनराशि को उनके बैंक खातों में डालने का आश्वासन दिया है। इन युवाओं ने बताया कि वें इटावा जाएंगे लेकिन कैसे इसका उन्हें कोई ज्ञान नहीं है। घर लौट रहे इन युवाओं की व्यथा सुन बुलेटिन टीम ने एआरएम संदीप अग्रवाल को फोन करते हुए हाईवे पर फंसे इन युवाओं की व्यथा बताते हुए मदद की बात की, तब कहीं जाकर डिपो से आनन्द विहार की ओर जाने वाली रोडवेज बस के चालक-परिचालक को इन युवाओं को वहलना चौक से लेने के निर्देश दिए, तब कहीं जाकर इटावा जनपद के तमाम युवाओं को घर लौटने में बड़ी मदद मिली। एआरएम संदीप अग्रवाल ने मीडिया द्वारा किए गए इस प्रयास की सराहना करते हुए आश्वस्त किया कि भविष्य में ऐसे प्रयास जारी रहेंगे। बड़ी बात यह है कि जानकारी न होने के अभाव में बड़ी सं या में लोग पैदल जाने को विवश हंै वहीं प्रदेश सरकार की उक्त पहल पर रोडवेज डिपो द्वारा संचालित बस ड्राइवरों को भी मानवीय संवेदना पैदा करनी होगी, ताकि घरों से दूर अपनों से मिलने की होड़ में सड़कों पर पैदल ही चलने को विवश इन लोगों की ओर बेहतर मदद हो सके। अर्थात रोडवेज बस डिपो के चालक परिचालक भी इस दिशा में सार्थक पहल करें तो इसके सार्थक परिणाम सामने आएंगे और योगी सरकार की पवित्र मंसा के चलते बिछुडों एवं अपनों से दूर लोगों को बड़ी मदद मिलेगी।