मुरादाबाद, 27 अप्रैल (बु.)। कोरोना की भयावहता को इस बात से समझा जा सकता है कि मुरादाबाद के जिस नवाबपुरा इलाके में संदिग्ध लोगों की तलाश में गई पुलिस और डॉक्टरों की टीम पर पत्थर फेंके गए थे, वहां तीन सगे भाइयों की मौत हो गई है। इनमें से दो कोरोना से संक्रमित थे, जबकि तीसरे की जांच ही नहीं हुई। बताया गया है इस परिवार के मुखिया की एक पखवाड़ा पहले मौत हो गई थी। वह सांस के रोगी थे, हालांकि उनकी कोरोना जांच नहीं हो सकी थी। कुछ ही दिन बाद अचानक उनके भाई की तबियत बिगड़ गई। उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद उसकी मौत हो गई। इसी बीच तीसरे की भी तबियत बिगडऩे पर उसकी जांच हुई तो वह भी संक्रमित मिला और उसकी भी मौत हो गई। एक एक कर परिवार की महिलाएं और बच्चे भी कोरोना पॉजिटिव मिलने लगे। चारों भाइयों का 12 लोगों का पूरा परिवार संक्रमित हो चुका था। इसी परिवार की वजह से ही डॉक्टरों और पुलिसकर्मियों पर उस समय पत्थर फेंके गए थे जब वह बड़े भाई की मौत के बाद वहां हेल्थ स्क्रीनिंग और इस परिवार के अन्य लोगों को क्वारंटाइन कराने के लिए लेने गई थी।