शनिवार से शुरू हो जाएगा रमजान?
मुज़फ्फरनगर, 23 अप्रैल (बु.)। शायद पहली बार इस बार रमजानुल मुबारक का महीना मस्जिदों में बिना रौनक के गुजरेगा। हिंदी कलेंडर के हिसाब से शुक्रवार को दूज है और उ मीद है कि इस दिन चांद नजर आ जाएगा। ऐसे में शनिवार से मुकद्दस रमजान के रोजे शुरू हो जाएंगे। इस मौके पर प्रशासन समेत तमाम उलेमाओं ने लॉक डाउन का पालन करते हुए लोगों से घरों में ही इबादत और रमजान के दूसरे फरीजे अदा करने की हिदायत दी है। प्रशासन इस मौके पर लोगों को खाने पीने के सामान की तकलीफ ना हो, इसका इंतजाम कर रहा है। सऊदी अरब में चांद नजर आने के बाद वहां कल पहला रोजा होगा। रमजान शनिवार को शुरू होने की उ मीद है। कोरोना वायरस और लाकडाउन के चलते पहली बार रमजान की सभी इबादतें घर में ही होंगी। इसके लिए प्रशासन समेत उलेमा ने भी लोगों से अपील की हैं। इसे लेकर दारुल उलूम देवबंद ने तो बाकायदा हिदायतें भी जारी की हैं। उलेमा ने अकीदतमंदों से अपील की है कि वे घर में ही रहकर इबादत करें। रमजान के लिए कलेंडर जारी कर दिया गया है। इसके मुताबिक मुकद्दस रमजान में तमाम रोजे 15 घंटे से ज्यादा वक्त के होंगे। पहला रोजा 15 घंटे नौ मिनट का होगा। अंतिम रोजा 15 घंटे एक मिनट अवधि का होगा। पहला रोजा सुबह 04.15 बजे शुरू होगा, जो शाम को 6.54 बजे समाप्त होगा। लॉक डाउन में हालांकि मस्जिदों में किसी प्रकार की नमाज या तराबीह आदि के आयोजन नहीं होंगे। दूसरी ओर लोगों ने घरों में रहकर ही रोजे रखने और नमाज पढऩे की तैयारी शुरू कर दी है। कोरोना के भय के बीच इस बार नमाज तो घरों के अंदर ही होगी। हालांकि इस बार लोगों को रमजान में आराम करने का पूरा मौका भी लॉक डाउन के चलते मिलेगा। इस बीच कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मौ.तारिक कुरैशी ने जिला प्रशासन की सराहना करते हुए कहा है कि अल्पसं यक बहुल इलाकों में प्रचुर मात्रा में सामान घर के सामने ही उपलब्ध कराया जाए। इससे लॉक डाउन को लेकर एक वर्ग विशेष में जो तनाव है उससे भी मुक्ति मिलेगी।