नई दिल्ली, 23 अप्रैल (वार्ता)। पूरी दुनिया कोरोना के चलते आर्थिक संकट का सामना कर रही है। कोरोना महामारी के संकट के बीच देश की अर्थव्यवस्था को बहुत बड़ा धक्का लगा है। इसी बीच देश के रक्षा सौदों पर भी कोरोना संकट का असर देखने को मिल रहा है।
रक्षा मंत्रालय की ओऱ से तीन सेनाओं से अपने आधुनिकीकरण के लिए किए जा रहे रक्षा सौदों को फिलहाल रोकने के लिए कहा गया है। मंत्रालय का कहना है कि कोविड-19 की वजह से बजट में कटौती को देखते हुए हमने यह फैसला लिया है।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि सेना, नौसेना और वायु सेना से कहा है कि जब तक देश में कोविड-19 की स्थिति बनी रहती है, तब तक वे अपनी पूंजी अधिग्रहण प्रक्रियाओं (रक्षा डील) को रोक दें। तीन सेनाओं से सभी रक्षा सौदों पर रोक लगाने के लिए कहा गया है, जो विभिन्न चरणों में हैं।
तीन सेनाएं अपने आधुनिकीकरण के लिए कई रक्षा सौदों को कर रही हैं, जो कि विभिन्न चरणों में हैं। भारतीय वायु सेना फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान और रूस से एस-400 वायु रक्षा हथियार प्रणाली के लिए भुगतान करने की प्रक्रिया में है। जबकि, सेना भी अमेरिका और रूस सहित विभिन्न देशों से टैंक, आर्टिलरी गन और असॉल्ट राइफल भी ले रही है।
वहीं, नौसेना ने हाल ही में अमेरिका से 24 मल्टीरोल हेलिकॉप्टरों के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, अब सभी रक्षा डील को रोक दिया गया है। इसका मतलब यह नहीं है कि डील को कैंसिल कर दिया गया है, बल्कि डील के आगे की प्रक्रिया को रोका गया है, स्थिति सामान्य होने के बाद डील को आगे बढ़ाया जा सकता है।