मुज़फ्फरनगर, 20 अप्रैल (बु.)। लॉकडाउन के चलते गृह क्लेश के मामलों में बढ़ोतरी होती दिखाई पड़ रही है, लेकिन यह बातें गृह क्लेश तक ही सीमित होती, तो शायद कह सुनकर भी मामला निपट जाता, लेकिन आज से तीन दिन पूर्व नई मण्डी थाना क्षेत्र के मौहल्ला शिवपुरी की एक होनहार महिला के जलने की सूचना आई थी, जिसे जली हालत में पहले मुज फरनगर और फिर दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल के लिए रैफर कर दिया था, क्योंकि महिला यहीं से काफी जली हालत में गई थी, इसलिए माना यही जा रहा था कि महिला का जीवन बचना बहुत मुश्किल है और सोमवार को आखिर यही दु:खद समाचार मिला कि उक्त महिला की मौत हो गई है। महिला का माइका उत्तराखंड के मंगलौर में है। महिला के सिर पर पिता का साया न होने के कारण परिजनों द्वारा कोई कार्यवाही तो नहीं की गई, लेकिन दबी जुबान में मौहल्लों के लोगों ने बताया कि महिला अध्यापिका थी एवं ससुराल वालों को लगभग 50 हजार से 1 लाख रुपया तक कमाकर दे रही थी। बावजूद उसके भी घर में मां का सास का रोल संदिग्ध बताया गया है, जिस कारण ही महिला को आग के साथ-साथ मौत की बली भी चढऩा पड़ा। आज जब मौहल्ला शिवपुरी में होनहार महिला की मौत की खबर पहुंची, तो मौहल्ले के लोगों ने दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी संस्कारी व होनहारी बहूएं तो भाग्यवानों को नसीब होती हैं, लेकिन दुर्भाग्य है, मरने वाली इस बहू का, कि उसे ऐसी ससुराल मिली कि जहां उसे मौत नसीब हुई।