भोपा, 15 अप्रैल (बु.)। लॉकडाउन के दौरान शांत हुए वातावरण का पक्षी आनन्द ले रहे हैं। वृक्षों पर आई नयी पत्तियों व फूलों के बीच विलुप्त प्रायः हो चुके पक्षियों ने उपस्थिति दर्ज करायी है। हजारों की संख्या में वृक्षों पर उल्टे लटके चमगादड़ पक्षी कोतूहल बने हुए हैं।
भोपा गंगनहर पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती है। बायो डायवर्सिटी को मानवीय उपस्थिति से भारी नुकसान हुआ है, जिससे पक्षियों की संख्या में भारी कमी हो गयी है। कुछ परिन्दों की प्रजातियां विलुप्त सी हो गयी है। लॉकडाउन के दौरान शांत हुई मानवीय गतिविधियों के चलते गंगनहर पटरी पर सन्नाटा पसर जाने से वृक्षों पर पक्षियों ने पुनर्वास किया है। भोपा के समीप गंगनहर किनारे स्थित शीशम के ऊँचे वृक्षों पर चमगादड पक्षी के झुण्ड अपना डेरा डाले हुए हैं। भारी संख्या में चमगादड़ वृक्षों पर उल्टे लटके हुए हैं। उल्टे लटके चमगादड को देखना रोमांचकारी है। चमगादड़ सहित अन्य पक्षियों का वायरल वातावरण का सौन्दर्य बढा रहा है।