जैसलमेर, 14 अप्रैल (वार्ता)। राजस्थान में जैसलमेर के इंदिरा गांधी के नहरी क्षेत्र में लॉक डाऊन के कारण कई राज्यों के फंसे हुए मजदूर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लॉक डाऊन की अवधि तीन मई तक बढ़ाने की बात सुनकर पैदल ही अपने घरों के लिये रवाना हा गये हैं। बड़ी संख्या में इन मजदूरो को रेल लाईन के सहारे अपने राज्यों की ओर जाते हुवें देखा जा रहा हैं। कई स्थानों पर रेलवे मास्टर ने उन्हें समझाकर वापिस भिजवाने के प्रयास किये, लेकिन वे कुछ भी सुनने को तैयार नही हो रहे हैं। वहीं जिला प्रशासन एवं पुलिस द्वारा भी कई स्थानों पर इन्हें रोकने की कोशिशें की जा रही हैं। कही जगह यह लोग रुके भी हैं, लेकिन बड़ी संख्या में मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर जा रहे हैं। असल में लॉक डाऊन के प्रथम चरण की अवधि 14 अप्रैल को समाप्त होने के संबंध में जैसलमेर के नहरी इलाको में जनवरी में फसल काटने के लिए विभिन्न राज्यों से आये श्रमिकों ने पिछले दो दिनों से अपने घरों को पैदल ही लौटने के प्रयास शुरु कर दिये थे। इसकी जानकारी मिलने पर जिला कलेक्टर नमित मेहता एवं पुलिस अधीक्षक किरण केंग सोमवार रात को ही जिले के मोहनगढ़, नाचना के नहरी इलाकों में पहुंच गये और हर हाल में श्रमिकों को रोकने एवं इनके भोजन और ठहरने के समुचित प्रयास करने के निर्देश दिये। मंगलवार को प्रधानमंत्री द्वारा लॉक डाऊन की अवधि तीन मई तक बढ़ाने की घोषणा करने के बाद इन श्रमिकों का धैर्य टूट गया और वे अलग-अलग समूह पैदल ही रवाना हो गए।
इसकी जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन एवं पुलिस दलों द्वारा उन्हें सड़क मार्ग पर ही विभिन्न जांच चौकियों पर रोकने की कोशिश की जा रही है, लेकिन श्रमिक किसी भी सूरत मानने को तैयार नही हो रहे हैं तथा अपना सामान भी वहीं छोड़ कर पैदल ही रवाना हो रहे हैं। उधर जैसलमेर के कई मजदूरों ने सड़क मार्ग पर पुलिस की कड़ी चौकसी होने पर रेल्वे ट्रेक के साथ साथ अपने घरों की ओर लौटना शुरू कर दिया है, जिले के लाठी क्षेत्र से बाहरी मजदूरों का अपने घर की ओर जाने की जानकारी मिलने के बाद मजदूर रेलवे ट्रैक से निकलने शुरू हो गए हैं। दर्जनों मजदूरों का समूह सोढाकोर गांव के पास से होकर रेलवे ट्रैक से पोकरण की तरफ जा रहे थे। जिसकी सूचना पर लाठी स्टेशन मास्टर मौके पर पहुंचे तथा मजदूरों को समझाकर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भेजा। वहीं दूसरी तरफ जिला कलेक्टर नमित मेहता ने भी मजदूरों पलायन करने की पुष्टि करते हुए बताया कि करीब 300 से ज्यादा मजदूर मोहनगढ़, नाचना आदि क्षेत्रों से निकले हैं जिन्हें बीच में भी रोका गया और कई को रामदेवरा के आसपास रोका गया हैं और उन्हें समझाईश करके स्कूलों में भेजा जा रहा हैं मजदूरों के प्रस्थान करने के समस्या के बारे में राज्य सरकार को अवगत करा दिया गया हैं। उनके ठहरने के लिए एवं खाने पीने के बेहतर बेहतर प्रबंध किए गए हैं एवं ठहरने के लिये स्कूलों में इन्हें रखा जा रहा है। पुलिस अधीक्षक किरन कंग ने बताया कि नहरी क्षेत्र से चोरी छिपे कई मजदूर अपने घरों की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। पुलिस द्वारा इन्हें रोकने की हर संभव कोशिश की जा रही हैं। उन्हें विनम्रतापूर्वक समझाने के प्रयास किये जा रहे हैं, लेकिन मजदूर मानने को तैयार नहीं हो रहे हैं, फिर भी पुलिस द्वारा उन्हें रोकना जा रहा है। इसके लिए पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। राजमार्गों पर चौकियां स्थापित किए जा रहे हैं।