मुजफ्फरनगर, 04 अप्रैल (बु.) । नया वित्तीय वर्ष शुरू होते ही पालिका को करीब 70 लाख रुपए का फटका लगने वाला है, लेकिन इस ओर से पालिका के जिम्मेदार अधिकारी अपनी मस्ती में ही मस्त हैं। वहीं दूसरी ओर नगर पालिका अधिकारियों की नाक के नीचे ही पार्किंग ठेकेदार तय ठेके से अधिक की धनराशि लूट रहे हैं। हालांकि डीएम की पहल पर पार्किंग ठेकों को अब अगले आदेशों तक 10 प्रतिशत धनराशि बढ़ाने के साथ इन ठेकों को आगे के लिए जारी कर दिया गया है।
नगर पालिका को वाहन पार्किंग के ठेकों से करीब 70 लाख रुपए की आमदनी प्राप्त होती रही है, मगर इस बार नगर पालिका नए वित्तीय वर्ष के लिए ठेकों की नीलामी नहीं हुई है। अधिकारियों की उदासीनता के चलते वहीं दूसरी ओर कम्पनी बाग में लगे आम के पेड़ों पर मोल आने के बाद भी पालिका के जिम्मेदार उसकी सुरक्षा को अब तक दवाई का छिड़काव कराने के लिए कोई टेंडर ही नहीं कर पाए हैं। इसके अलावा नगर पालिका से अन्य टेंडर भी समय रहते नहीं हो पाए है। पिया हमारे घर नहीं, हमें किसी का डर नहीं वाली कहावत नगर पालिका शहरी क्षेत्र में चुनी हुई सरकार के अभाव में पालिका में सब कुछ राम भरोसे चल रहा है। ऐसे में जहां एक और पालिका परिसर में पार्किंग ठेके में ठेकेदार द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक की वसूली की जा रही है, लेकिन उस ओर देखने का किसी को समय ही नहीं है। ठेकेदार द्वारा की जा रही इस वसूली के विरोध में वाहन स्वामी हंगामा करते देखे जा सकते हैं। पूर्व में पालिका के एक दर्जन पार्किंग के ठेके थे लेकिन बीते कुछ समय से नगर पालिका की करीब छह वाहन पार्किंग बंद पड़ी हैं। सबसे पहले गोल मार्किट के बाहर बनी वाहन पार्किंग ठेके को तत्कालीन डीएम राजीव शर्मा द्वारा बंद करा दिया था। इसके बाद में पालिका की जानसठ रोड, कोर्ट रोड, दूर संचार विभाग के बाहर व कम्पनी बाग, झांसी रानी रोड के दोनों ओर की वाहन पार्किंग बंद हो गई। वर्तमान में पालिका की ओर से चार वाहन पार्किंग में दो वाहन पार्किंग रेलवे रोड, एक टाउनहाल मैदान और 1 तहसील सदर पर चल रही है। इसके अलावा पाल धर्मशाला के सामने स्थित वाहन पार्किंग के ठेके की इस बार भी नीलामी नहीं हो पायी है । इन सब वाहन पार्किंग से पालिका को हर वर्ष करीब 70 लाख रुपए की आमदनी होती है, लेकिन इस बार पालिका नए वित्तीय वर्ष के लिए किसी भी वाहन पार्किंग की नीलामी नहीं करा पायी है। इस बार 31 मार्च को वित्तीय वर्ष के समाप्त होने के बाद ठेके समाप्त हो गए, लेकिन डीएम की पहल पर इन 4 ठेकों को 10 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ फिर से शुरू कर दिया गया है।