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Wednesday, November 27, 2024

सम्पादक की कलम से…

16 JANUARY 2023

सम्पादकीय

मकर संक्रांति और वन्दे भारत

मकर संक्रांति के अवसर पर कल देश को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात मिली है।प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 15 जनवरी 2023 को आठवीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखा दी है।यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन,तेलंगाना के सिकंदराबाद से आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के बीच दौड़ेगी।यह रेल 700 किमी की दूरी 8 घंटे में तय करेगी।दोनों तरफ की यात्रा में यह राजमुंदरी, विजयवाड़ा और वारंगल में रुकेगी।यह दक्षिण भारत की दूसरी और देश की आठवीं वंदेभारत ट्रेन है।दक्षिण भारत की पहली वंदे भारत ट्रेन मैसूरू से चेन्नई के बीच चल रही है।कल मकर संक्रांति भी मनाई,लेकिन कुछ पंचांग में ये पर्व 14 तारीख को बताया है। ग्रंथों में सूर्य के राशि बदलने के समय ही से संक्रांति मनाने का फैसला किया जाता है। 14 जनवरी की रात करीब 9 बजे सूर्य मकर राशि में आ गया था।ज्योतिषियों का कहना है कि अस्त होने के बाद सूर्य ने राशि बदली इसलिए मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाना चाहिए।कल रविवार को संक्रांति पर्व शश, पर्वत, शंख, हर्ष और सत्कीर्ति नाम के राजयोग में मनेगा।कल सूर्य अपने ही नक्षत्र यानी उत्तराषाढ़ में रहा।इस शुभ संयोग को महत्वपूर्ण माना गया,इस शुभ संयोग में किए गए स्नान-दान और पूजा का फल और बढ़ जाएगा। इनके लिए पुण्यकाल सुबह करीब 7 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा। मान्यता है कि इस दौरान किए गए शुभ कामों से अक्षय पुण्य मिलता है। ज्योतिषियों के मुताबिक मकर संक्रांति पर बन रहा ऐसा दुर्लभ संयोग पिछले 600 सालों में नहीं बना।इस बार यह पर्व महत्वपूर्ण हो गया है।कुछ साल पहले मकर संक्रांति 13 जनवरी को होती थी। लेकिन फिर 14 और अब 15 को आने लगी। इस बारे में ज्योतिषियों का कहना है कि ज्योतिष ग्रंथ सूर्य सिद्धांत और खगोल विज्ञान के अनुसार सूर्य हर साल लगभग 20 मिनट देरी से मकर राशि में आता है। इस तरह हर तीन साल में एक घंटे और 72 साल में एक दिन की देरी से मकर संक्रांति होती है। इसी गणित के हिसाब से 2077 के बाद से 15 जनवरी ही को मकर संक्रांति हुआ करेगी।मकर संक्रांति से शुरू होने वाले उत्तरायण में 6 महीने का समय होता है, जो कि 15 जुलाई तक रहता है। इस मध्य पृथ्वी का उत्तरी हिस्सा सूर्य की तरफ ज्यादा देर तक रहने लगता है। जिससे धीरे-धीरे दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती हैं।मकर संक्रांति के बाद ही देवताओं का सवेरा होता है। इसलिए ही उत्तरायण के बाद शादी, सगाई, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं।दक्षिण भारत में इस पर्व को पोंगल के रूप में मनाते हैं।पंजाब में इसे लोहड़ी, खिचड़ी पर्व और पतंगोत्सव कहा जाता है। मध्यभारत में इसे संक्रांति कहा जाता है। मकर संक्रांति को उत्तरायण, माघी, खिचड़ी आदि नाम से भी जाना जाता है। मलयाली समाज के लोग इसी दिन मकरविल्लकू पर भगवान अय्यप्पा की पूजा करते हैं।पोंगल यानी खिचड़ी का त्योहार। जो सूर्य के उत्तरायण होने के पुण्य काल में मनाते हैं।दक्षिण भारत में धान की फसल समेटने के बाद लोग खुशी प्रकट करने के लिए यह पर्व मनाते हैं और भगवान से अगली फसल के अच्छे होने की प्रार्थना करते हैं। पोंगल 4 दिनों तक चलता है।पहले दिन भोगी, दूसरे दिन सूर्य, तीसरे दिन मट्टू और चौथे दिन कन्या पोंगल मनाते हैं। इस त्योहार पर गाय के दूध के उफान को बहुत महत्व दिया जाता है। इस दिन खीर बनाते हैं। मिठाई और मसालेदार पोंगल डिश बनाते हैं। चावल, दूध, घी, शकर से भोजन बनाकर सूर्यदेव को भोग लगाते हैं।ज्योतिष के हिसाब से कल शुभ कार्य भी आरम्भ हो गए।इसी दिन वन्दे भारत रेल को हरी झंडी दिखाई गयी।वन्दे भारत रेल को 160 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार के साथ आरामदायक और सुविधाओं से लैस किया गया है। ट्रेन की स्पीड के साथ ही सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा गया है।यह ट्रेन 52 सेकंड में 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है।यह 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की अधिकतम रफ्तार से चल सकती है।ट्रेन के सभी कोच को वातानुकूलित किया गया है।साथ ही ट्रेन के सभी दरवाजे पूरी तरह से ऑटोमेटिक तकनीक से खुलते और बंद होते हैं।हर गेट पर ऑटोमेटिक फुटरेस्ट लगा हुआ है।ट्रेन में जीपीएस सिस्टम और फायर सेंसर लगा हुआ है। इसमें वाईफाई की सुविधा भी है। हर सीट पर यात्रियों को चार्जिंग प्वाइंट की सुविधा मिलेगी,32 इंज का टीवी लगा हुआ है।आरामदायक के साथ ही घूमने वाली कुर्सियां भी ट्रेन में लगाई गई हैं।इस अवसर पर प्रधानमन्त्री मोदी ने देशवासियों को मकर संक्रांति और पोंगल की शुभकामनाएं दी।उन्होंने कहा कि यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन तेलंगाना-आंध्र के बीच विरासत को जोड़ने का काम करेगी। आस्था और पर्यटन से जुड़े स्थल की ट्रेन के रूट पर पड़ते हैं इसलिए धार्मिक रूप से भी भारत को मजबूती मिलेगी।पीएम ने कहा कि ये ट्रेन नए भारत के संकल्पों का प्रतीक है और ये ट्रेन हमारी आस्था को भी जोड़ती हैं।मोदी ने कहा कि आज तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को एक भव्य उपहार मिल रहा है।मैं दोनों राज्यों के लोगों को ट्रेन के लिए बहुत बहुत बधाई देता हूं।भारत अपने सपनों और आकांक्षाओं के लिए हमेशा आगे रहता है।उत्सव के इस माहौल में आज तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को शानदार तोहफा मिल रहा है।ये ट्रेन नए भारत के संकल्पों का प्रतीक है।सिकंदराबाद और विशाखापत्तनम के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस से इस क्षेत्र में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा। आज भारतीय रेल में यात्रा करना पहले से कई ज्यादा सुखद बन रहा है।बीते 7 से 8 साल में जो काम बीजेपी ने शुरू किए हैं उनसे रेलवे का पूरी तरह से कायाकल्प हो रहा है।इस कार्यक्रम में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी और तेलंगाना के राज्यपाल टी सौंदर्यराजन सिकंदराबाद स्टेशन पर मौजूद रहे।कल सेना दिवस भी मनाया गया।फील्ड मार्शल कोडंडेरा एम. करियप्पा के सम्मान में हर साल सेना दिवस मनाया जाता है।कल आर्मी डे पर प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने सभी सैनिकों को शुभकामनाएं दीं।उन्होंने कहा कि हर भारतीय को सेना पर गर्व है। सैनिकों ने हमेशा हमारे देश को सुरक्षित रखा है।प्रधानमन्त्री ने ट्वीट कर कहा कि सेना दिवस पर, मैं सभी सैन्य कर्मियों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं।

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