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Wednesday, November 27, 2024

रंजिश के चलते भाजपा बूथ अध्यक्ष के पिता की निर्मम हत्या

जानसठ, 21 जुलाई (बु.)। गांव भलवा में एक वृद्ध की गला रेतकर हत्या कर उसका शव गांव से बाहर जाने वाले रास्ते पर डाल दिया। परिजनों ने गांव के दूसरे समुदाय पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। परिजनों ने बताया कि कुछ दिन पहले गांव में गौकशी में कुछ लोगों को जेल भेजा था, उसके परिणाम स्वरूप यह हत्या की गई है। उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उन्हें कई बार धमकी मिली, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, उल्टा मृतक के पुत्र को ही मारपीट कर 151 में चालान कर दिया था। गांव भलवा निवासी श्याम सिंह पुत्र
खचेडू (58) बुधवार की दोपहर से गायब था। करीब चार बजे उसके पुत्र सुशील कुमार को सूचना मिली कि उसके पिता का शव गांव से मकसूदाबाद जाने वाले रास्ते पर पड़ा हुआ है। उसने मौके पर जाकर देखा, तो उसके पिता
की गला रेतकर हत्या कर दी गई। हत्या की सूचना पुलिस को मिली, तो पुलिस में हडकंप मच गया। जानसठ व खतौली पुलिस मौके पर पहुंची और घटना स्थल की जांच की। बाद में एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव व सीओ जानसठ शकील अहमद मौके पर पहुंचे और शव को आनन-फानन में पीएम के लिए भिजवा दिया। पुलिस हत्या के कारणों की जांच में जुट गई। मृतक के पुत्र ने बताया कि कुछ दिन पहले गांव में गौकशी हुई थी, जिसमें पुलिस ने कई लोगों को गांव से जेल भेज दिया था। उसका आरोप है कि तभी से गौकश उसके व उसके पिता के पीछे पडे़ हुए थे। उसने बताया कि वह भाजपा का बूथ सैक्टर होने के कारण भी अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उससे व उसके पिता से ईर्ष्या करते थे कि यहीं पुलिस की मुखबरी करते हैं। बाद में नाराज ग्रामीणों ने खतौली जानसठ मार्ग पर भलवा चौकी के सामने जाम लगाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने किसी तरह से उन्हें समझा बुझाकर शांत किया। मामला दो समुदाय का होने के कारण गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है। मृतक के पुत्र की ओर से आस मौहम्मद पुत्र
बशीर, सुक्का पुत्र निसार, इसरार पुत्र निसार, महताब पुत्र शराफत, जुल्फुक्कार पुत्र इस्तेखार व लताफ पुत्र सादिक निवासी गण भलवा के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। सीओ शकील अहमद ने बताया कि अभी तहरीर आ रही है हर पहलू पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। मामले में राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने भी जल्द से जल्द कार्यवाही कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिये हैं।

पुलिस पर लगाए गम्भीर आरोप
मृतक के पुत्र सुशील ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि उसे जान का खतरा बना हुआ था, जिसकी शिकायत उसने पुलिस से भी की थी। कुछ दिन पहले उसके साथ मारपीट भी की गई थी, लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी। उसने मामले से भाजपा पदाधिकारियों को अवगत कराया, तो कोतवाली से फोन करके उसे बुलाया गया। उसने आरोप लगाया कि वहां पर पुलिस ने उसके साथ मारपीट करके उल्टा उसे ही शांति भंग की आशंका में जेल भेज दिया। उसने बताया कि गांव में उसका परिवार गरीब हालत में रहता है, वह भी इस कारण से गांव से बाहर रहकर मजदूरी करता है। उसने बताया कि उसका पिता भी गांव में मजदूरी करके अपना पेट पालता था।

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