अफगानिस्तान में कवरेज के दौरान रॉयटर्स के भारतीय फोटो पत्रकार दानिश सिद्दीकी की हत्या कर दी गई है। पुलित्जर अवार्ड से थे सम्मानित
प्रसिद्ध फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी, जो भारत में रॉयटर्स के मुख्य फोटोग्राफर थे, शुक्रवार को युद्धग्रस्त अफगानिस्तान में ड्यूटी के दौरान मारे गए, जब वह मध्य एशियाई देश में भयानक झड़पों को कवर कर रहे थे। कंधार के स्पिन बोल्डक जिले में संघर्ष के दौरान उनके मारे जाने की खबर है। सिद्दीकी देश में रॉयटर्स कवरेज की सहायता के लिए अफगानिस्तान में थे क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन आतंकवाद पर अंकुश लगाने के लिए दो दशकों से अधिक के हस्तक्षेप के बाद देश से विदेशी सेना को वापस लेने की प्रक्रिया में हैं।
बता दें कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद से ही यहां भीषण हिंसा जारी है. सिद्दिकी बीते कुछ दिनों से कंधार में जारी हालात की कवरेज के लिए वहां गए थे. सिद्दीकी ने अपने करियर की शुरुआत एक टीवी रिपोर्ट के रूप में की थी और बाद में वह फोटो जर्नलिस्ट बन गए थे।
दानिश ने मास कम्युनिकेशन का कोर्स एमसीआरसी जामिया मिल्लिया इस्मलामिया नई दिल्ली से किया था. उसके बाद वो टीवी रिपोर्टर के तौर पर वो अलग-अलग टीवी चैनलों से जुड़े, इसके बाद वो फोटोग्राफी के क्षेत्र में उतरे. दिल्ली में पैदा हुए और बढ़े हुए दानिश का परिवार जामिया यूनिवर्सिटी के पास के इलाके गफ्फार मंज़िल में रहता है. उनकी पत्नी जर्मन हैं और दो बच्चे हैं।
भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुन्दजई ने दानिश के बारे में लिखा, ”कल रात कंधार में एक दोस्त दानिश सिद्दीकी की हत्या की दुखद खबर से गहरा दुख हुआ. भारतीय पत्रकार और पुलित्जर पुरस्कार विजेता अफगान सुरक्षा बलों के साथ थे, जब उन पर आतंकवादियों ने हमला किया था. मैं उनसे 2 हफ्ते पहले काबुल के लिए रवाना होने से पहले मिला था. उन्होंने फोटो पत्रकारिता के लिए अपने जुनून और अफगानिस्तान के लिए प्यार के बारे में बात की. उन्हें याद किया जाएगा. मैं उनके परिवार और रॉयटर्स के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ।”