व्यापारियों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए अंकुर ने कहाः बटेंगे तो कटेंगे…
अवैध ई रिक्शा व जाम के खिलाफ अभियान व्यक्तिगत नहीं, शहर के हित में है
आभार सभा में तमाम वर्गों के लोगों ने किया मुहिम के साथ जुड़ने का ऐलान
मुजफ्फरनगर, 8 अगस्त (बु.)। मुजफ्फरनगर बुलेटिन के संपादक अंकुर दुआ ने कहा कि वो किसी तरह का अखाड़ा नहीं चाहते हैं, मगर उनके खिलाफ साजिश की जा रही है। वो दबने वाले नहीं है। हो सकता है कि कोई ई रिक्शा वालों से उन पर गोली चलवा दें, मगर वो शहर की दशा सुधारने के लिए कोई भी बलिदान करने को तैयार है।
अवैध ई रिक्शा बंद करने और नगर को जाम से मुक्त कराने के लिए भारतीय प्रेस परिषद के सदस्य अंकुर दुआ द्वारा शुरू किए गए अभियान को लेकर आज न्यू एसडी कॉलेज मार्केट के प्रांगण में आयोजित आभार सभा में बुलेटिन संपादक अंकुर दुआ ने व्यापारियों से एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि टुकड़े टुकड़े गैंग में नहीं बंटना है। बटेंगे तो कटेंगे। यही एकता उन्हें चाहिए। क्योंकि आगे व्यापारियों के छज्जे तोड़ने की साजिश की जा रही है, लेकिन वो चुप नहीं रहेंगे। व्यापारियों और कुछ भाजपा के नेताओं ने बेखौफ होकर उनका साथ दिया। उन्होंने कहा कि मजबूर होकर धरने का फैसला लेना पड़ा। इससे पहले 50 बार अधिकारियों और भाजपा नेताओं को बता दिया, लेकिन अफसो किसी ने नहीं सुनी। मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता अपनाया।
धरने पर आए प्रशासन के अधिकारियों को उनके कार्रवाई के आश्वासन पर आठ दिन का समय दिया है। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती वे फिर वहीं तुलसी पार्क में धरना देंगे। उन्होंने कहा कि शहर को उत्तम नगर बनाकर रहूंगा। मुझे कुछ लोग खलनायक बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वो शहर के लिए खलनायक बनने को तैयार है। उन्होंने कहा कि यदि संगठित नहीं हुए तो जीना मुश्किल हो जाएगा और बांग्लादेश जैसे हालात होंगे। अंकुर दुआ ने कहा कि श्री राम के पटके पर धमकी दी गई है, लेकिन वो धर्म की राह नहीं छोड़ेंगे, लेकिन वो चाहते है कि देश मे साम्प्रदायिक माहौल बना रहे, क्योंकि यही देश की बड़ी ताकत है। एक बच्चा संस्कृति खत्म करनी होगी। अधर्म के रास्ते से धन कमाना सही नहीं है। इससे परिवार का भला नहीं होगा। उन्होंने बताया कि बुलेटिन की वीडियो को 20 लाख लोगों ने देखा है। अंकुर दुआ ने कहा कि गांधी टैंट के पंकज जैन ने जन्मदिन पर हनुमान जी की मूर्ति उन्हें दी थी।
उस दिन से उन्हें शक्ति मिली है, जिसके बल पर आज वो छाती पर गोली खाने को तैयार है। पंजाबी समाज के चेयरमैन सरदार सुखदर्शन बेदी ने कहा कि अंकुर दुआ शहर में चाणक्य के रूप में उभरे हैं। कहते सभी है कि शहर में चलना मुश्किल है, मगर अंकुर दुआ ने ऐसी मुहिम चलाई, जिसमें सभी वर्गों के लोगों ने जुड़कर आंदोलन को नई ताकत दी। निस्संदेह इसके लिए वो बधाई के पात्र हैं।
गांधी टैंट हाउस के पंकज जैन ने कहा कि अंकुर दुआ के आंदोलन ने शहर को नई दिशा देने का काम किया है। व्यापारियों को सुधार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन किसी की रोजी रोटी छीनने के लिए नहीं था। हम सब शहर की व्यवस्था चाहते हैं। अंजू अग्रवाल ने कहा कि मुहिम का असर शहर में दिख रहा है। 50 प्रतिशत समस्या हल हो गई है। उन्होंने कहा कि अंकुर जी को विधायक का चुनाव लड़ना चाहिए। सचिन सिंघल ने कहा कि अंकुर जी की मुहिम ने शहर को संजीवनी देने का काम किया है। उन्होंने बधाई दी। कृष्ण गोपाल मित्तल ने सभी का आभार जताया। रमेश साईं ने आंदोलन को सफल बताया। कार्यक्रम के प्रारंभ में बुलेटिन संपादक हमको दुआ व्यापारी नेता राकेश कंसल और सुरेंद्र अग्रवाल ने महाराजा अग्रसेन की मूर्ति पर माल्यार्पण किया इससे पूर्व उन्होंने भगवान शिव के दरबार में माता टेकर आरती की पंजाबी समाज की ओर से बुलेटिन संपादक अंकुर दुआ को सरोपा और कृपाण भेंट की गई सरदार अमरजीत सिराणा सरदार देवेंद्र सिंह चड्ढा पूर्व सभासद विपुल भटनागर गोसेवक निशु की तरफ से स्मृति चिह्न दिया पूर्व पालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल और एसके बिट्टू ने शाल और स्मृति चिन्ह भेंट किया क्रांति सेवा के शरद कपूर लोकेशन आलोक अग्रवाल संजीव वर्मा राजन वर्मा आशीष शर्मा विवेक संगल ने भगवा पत्ता वेट किया सामाजिक व आरटीआई कार्यकर्ता मुनेश गुप्ता का आयोजन में सहयोग पर आभार जताया गया