मुजफ्फरनगर, 23 जुलाई (बु.)। दूसरे धर्म के लोगों द्वारा होटलों ढाबों पर हिंदू नाम लिखकर भ्रम पैदा करने के आरोप लगाते हुए अभियान शुरू करने वाले बघरा के यश्वीराश्रम महाराज ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को निराशाजनक बताते हुए कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने हिंदू पक्ष सुने बिना यह आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि यह आदेश गलत नाम लिखने वालों के लिए है। हिंदू होटल ढाबे वालों को चाहिए कि वे अपने होटलों पर पहचान वाले चिह्न के साथ ओम की भगवा पताका भी लगाएं। सुप्रीम कोर्ट के आज इस मामले में दिए आदेश पर टिप्पणी करते हुए यश्वीराश्रम महाराज ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह आदेश एक पक्ष को सुनने के बाद दिया गया है। हिंदू पक्ष को इसमें सुना ही नहीं गया।
ढाबों होटलों पर मूत्र, थूक और दूसरे अभ्क्षीय सामग्री मिलाने और हिंदू नामों से शाकाहारी बताकर मांसाहार की मिश्रित दुकानें चलाने वाले फूड जेहाद के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश एक पक्ष के लिए है। बाकी लोगों को चाहिए कि वे वास्तविक पहचान के साथ अपने संस्थानों पर ओम की भगवा पताका लगाएं और शुद्ध शाकाहारी भोजन की घोषणा भी करें। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में हिंदू पक्ष को रखने के लिए वे अधिवक्ताओं से वार्ता करेंगे और यह पक्ष मजबूती से रखा जाना चाहिए।