मुजफ्फरनगर, 25 जुलाई (बु.)। कांवड़ में हर साल यूं तो इक्का दुक्का तांड़व कांवडियों द्वारा किये जाते है। कभी हरिद्वार, कभी मंगलौर तो कभी कहीं और की घटनाएं प्रतिवर्ष सामने आती है, मगर इस बार कांवड़ यात्रा शुरू होते ही कांवडियों का उत्पात सामने आना चिंता का विषय बन रहा है। सबसे पहले मंगलौर में प्याज का परोसने पर कांवड़ियों द्वारा उत्पात किया गया।
शायद यह उत्पात तो इसलिए जायज था क्योंकि उक्त भाजन करने से पूरी यात्रा खंडित हो जाती है, मगर बुधवार को मुजफ्फरनगर में हुए दो हादसों ने बहुत कुछ सोचने को मजबूर कर दिया। ऐसा लग रहा है कि कांवडिए पहले से और अधिक उग्र रूप से ले रहे हैं। ऐसे में चिंता का विषय यह है कि पुलिस और आमजन दोनों को ही सतर्क रहना पड़ेगा। पहली घटना शहर में डीएवी कॉलेज, आर्य समाज रोड पर घटित हुई, जिसमें मंदबुद्धि युवक से दर्जनों कावड़ियों ने जमकर मारपीट की। वहीं दूसरी घटना राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर जीओ पेट्रोल पम्प पर कांवड़ियों द्वारा की गयी।
ऐसे में उक्त कांवड़ियों का उग्र रूप यदि किसी की जान से गया तो बड़ा बवाल भी हो सकता है। ऐसे में मुजफ्फरनगर पुलिस प्रशासन को सम्भवत: और अधिक फोर्स चप्पे-चप्पे पर तैनात करनी होगी और कांवड यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए उत्पाती कांवडियों पर हाथोंहाथ कार्यवाही का निर्णय भी लेना होगा। सम्भव हो तो मुजफ्फरनगर प्रशासन को पत्र लिखकर पुलिस से ज्यादा मिलिट्री फोर्स की उपलब्धता करा लेनी चाहिए, जिससे उक्त यात्रा निर्बाध व निर्विध्न रूप से सम्पन्न हो सके।