मुजफ्फरनगर, 25 जुलाई (बु.)। इस बार कावड़ियों में छोटी-छोटी बात को लेकर नजर आ रहा आक्रोश बड़ी घटना का सबक बन ना जाए। मीनाक्षी चौक पर बुधवार को ऐसे में एक छोटी सी ही बात पर बड़ी अनहोनी होने से टल गई। मंदबुद्धि युवक द्वारा घुमाया जा रहा डंडा कावड़ को छू जाने पर कावड़िया भड़क गए। पहले तो उस पर थप्पड़ों की बरसात हुई। युवक उनके चंगुल से निकलकर आर्य समाज रोड की तरफ भागा तो कई सौ कावंडिए हाथों में डंडे लेकर उसे दबोचने को दौड़ पड़े। सरेआम सड़क पर गिरकर लात-घुंसो और डंडों से उसकी पिटाई की गई। पुलिस ने सही समय पर पहुंचकर कांवड़ियों से उसकी जान बचाई। पुलिस उसे उठाकर अस्पताल ले गई, जहां पर खतरे से बाहर होने की पुष्टि होने के बाद उसे छोड़ दिया गया।
शहर के कच्ची सड़क, रुड़की रोड और मेरठ रोड पर बुधवार को कावड़ियों का सैलाब उमड़ पड़ा। इसी कारण पुलिस प्रशासन में अधिकांश गलियों को बंद कराकर यातायात को डायवर्टित करना पड़ा। पूरे रोड़ पर कांवड़ियों का कब्जा नजर आया। पुलिस की तमाम सतर्कता के बाद भी शाम के समय बड़ी अनहोनी होने से बच गई। दरअसल मीनाक्षी चौक पर लगे कावड़ शिविर के बाहर सड़कों पर कांवड़ियों का जमावड़ा रहा। इसी दौरान एक मंदबुद्धि युवक हाथ में डंडा लेकर मीनाक्षी चौक के पास घूम रहा था, तभी उसका डंडा पास से निकल रही कावड़ से छू गया। इस बात से नाराज कावड़िएं ने मंदबुद्धि युवक को थप्पड़ रसीद कर दिया। फिर क्या था कुछ ही पलों में कई कावड़ियों ने उसे पर एक साथ थप्पड़ों की बरसात कर दी। युवक हाथापाई करते हुए जान बचाने के लिए आर्य समाज रोड की तरफ गया।
हल्ला ऐसे मचा की कावड़ शिविर के बाहर बैठे हुए कावडिएं हाथों में डंडे आदि लेकर उसके पीछे आर्य समाज रोड की ओर दौड़ पड़े, जिससे आर्य समाज रोड पर अफरातफरी माहौल बन गया। एक बार तो लोग समझ नहीं पाए कि आखिर माजरा क्या है। कुछ दूर पीछे करने पर कावड़ियों ने आरोपी मंदबुद्धि युवक को दबोच लिया। सड़क पर गिराकर युवक की लात घूंसो के साथ पिटाई कर दी, जबकि कुछ युवकों ने उसे पर डंडे भी बरसाए। वो जान बचाने को चिल्लाता रहा मगर उग्र कावड़ियों ने उसे पर पूरा गुस्सा उतार दिया। इसी बीच मौके पर आए पुलिसकर्मियों ने उसे अर्धविक्षिप्त बताकर उसकी जान बचाई। पुलिसकर्मी उसे उठाकर अस्पताल ले गए, जहां पर उसे उपचार दिलाया गया। एसओ सिविल लाइन ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि युवक मंदबुद्धि था हालत सुधारने के बाद उसे अस्पताल से रवाना कर दिया गया। इसके बाद पुलिसकर्मियों को हिदायत दी गई कि वह कावड़ मार्ग पर ऐसे व्यक्ति को ना आने दे, जिससे कानून व्यवस्था की बिगड़ने की संभावना बने।