दिल्ली, 28 मई (बु.)। उत्तर प्रदेश भी अब दिल्ली के एनसीआर की तर्ज पर जल्द एससीआर (SCR) यानी राज्य राजधानी क्षेत्र बनाने जा रहा है।प्रदेश की राजधानी लखनऊ और औद्योगिक नगरी कानपुर का विस्तार कर सरकार जल्द इस योजना को लागू करने वाली है। राज्य राजधानी क्षेत्र बनाने का ब्लू प्रिंट लगभग रेडी है अब सिर्फ उसको अमलीजामा पहनाना बाकी है।
लखनऊ और कानपुर दोनों ऐसे जिले हैं जो उत्तर प्रदेश के बीचों बीच बसे हैं।दूसरे शहरों के मुकाबले ये ज्यादा विकसित हैं। यहां सुविधाओ और अवसर भी बहुत अधिक हैं यही वजह है कि प्रदेश के अधिकतम लोग इन दो शहरों में रहना चाहते हैं।ऐसे में अधिक से अधिक लोगों की जरूरत पूरी हो सके-इसके लिए राज्य सरकार पूरे इलाके को एनसीआर की तर्ज़ पर एससीआर बनाने जा रही है।
इस योजना में जुड़ेंगे आठ जिले-
राजधानी लखनऊ की बात करें तो यह 2,528 वर्ग किमी में फैली हुई है। 2011 की जनगणना के अनुसार करीब 46 लाख आबादी लखनऊ में बसती है। वहीं कानपुर नगर 3155 वर्ग किमी में फैला हुआ है। जबकि हरदोई जैसे पड़ोसी जिलों का क्षेत्रफल 5,986 वर्ग किमी से दोगुना है और आबादी करीब 40 लाख है। वहीं 5,742 वर्ग किमो. सीतापुर की आबादी करीब 44.83 लाख है।
कब तक तैयार होगी योजना?
साल 2047 तक यूपी सरकार इस योजना को पूरा कर लेना चाहती है। सरकार चाहती है आर्थिक गतिविधियों और जनसंख्या विस्तार में संतुलन के साथ SCR के शहरीकरण का एक समुचित ढांचा बनकर तैयार हो जाएं। यूपी सरकार इसके लिए एक ग्लोबल टेंडर भी जारी करने की योजना बना चुकी है।