मुजफ्फरनगर, 31 मार्च ( अ. फू.) । निकाय चुनाव के लिए आरक्षण का ऐलान होते ही चेयरमैनी टिकट की उम्मीद से हताश नेताओं ने जहां अपनी पत्नियों या परिवार की अन्य महिलाओं को मैदान में उतारने की तैयारी तेज कर दी है, वहीं कुर्तों के बक्से में जाने के बाद अब साड़ियों को ड्राइक्लीन के लिए दे दिया गया है। भाजपा के कई दिग्गज नेताओं की पत्नियां इस लाइन में नजर आई, लेकिन अप्रैल के पहले दिन की सबसे ताजा खबर यह है कि भाजपा ने नगर के प्रमुख उद्यमी सतीश गोयल की पत्नी मधु गोयल को मैदान में उतारने का मन बना लिया है। इसे लेकर आज तमाम तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी ।
निकाय चुनावों के ऐलान के बाद नगर में चुनावी रणभेरी बजते ही जहां उन नेताओं को निराशा मिली है जो कई माह से कुर्तों पर कलफ लगवाकर दिल्ली से लखनऊ की दौड़ लगा रहे थे, वहीं महिला के लिए आरक्षण की खबर आने के बाद कई बड़े दिग्गजों की पत्नियों के अरमान मचलने लगे। ऐसे में तमाम नेताओं ने पत्रियों के नाम पर शहर का राजकाज थामने के लिए कोशिशें शुरू कर दीं। बताया जाता है कि कुछ नेताओं ने जहां महिला सीट होने के बाद अपने पांव वापस क्रीज में खींच लिए वहीं चर्चा यह है कि भाजपा के कई दिग्गजों ने अपनी पत्नियों या परिवार की अन्य महिला सदस्यों के बायोडॉटा आनन फानन में तैयार कर उन्हें नई साड़ियां खरीदवाईं और पुरानी साडियों को अलमारी से निकाल कर ड्राइक्लीन के लिए दे दिया। ऐसे में आज कई साड़ी बेचने वालों और साड़ी ड्राइक्लीन करने वालों की मौज रही। ऐसी महिलाओं ने भी सरकार का इस बात के लिए आभार जताया कि उनके पति सारे साल कलफ के कुर्ते पहन कर घूमते थे और उनके पास उन्हें देखने तथा समय बिताने की फुर्सत नहीं थी। अब यही नेतागण चुनाव लड़ने के लिए उन्हें मनाने और उनकी चिरौरी करने में जुटे नजर आए। आरक्षण के बाद यह तो तय हो है कि आगे महिला के हाथ में ही चुका शहर की कमान रहने वाली है। इन हालात में महिलाओं को आगे कर खुद चेयरमैनी करने की उम्मीद में बैठे नेताओं को शाम के समय इस खबर के बाद झटका लगा है कि भाजपा ने मुजफ्फरनगर नगर पालिका के चेयरमैन पद पर नगर के प्रमुख समाजसेवी तथा प्रमुख उद्यमी टिहरी स्टील्स के स्वामी सतीश गोयल की पत्नी को चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय लिया है। कई दिन से नए पश्चिम उत्तर प्रदेश प्रभारी सतेंद्र सिसौदिया और आज प्रदेश उपाध्यक्ष मोहित बेनीवाल की चिरौरी करने में जुटे भाजपा नेता सन्न रह गए। आज मोहित बेनीवाल को गुलदस्ते थमाने भाजपा कार्यालय पर पहुंचे इनमें से कई नेताओं ने यह खबर आने के बाद निराश होकर राजनीति से संन्यास लेने की बात भी करनी शुरू कर दी है। ऐसे नेताओं को आभास है कि भाजपा में रहने के बाद दूसरी पार्टियों में उनकी दाल गलने वाली नहीं है, क्योंकि उन पर कमल छाप का ठप्पा लग चुका है। हालांकि बड़ी संख्या में भाजपा नेताओं ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए सतीश गोयल को शुभकामनाएं देनी शुरू कर दीं। कई लोग रात में ही उनके आवास पर पहुंचे और उन्हें सोते से उठाकर उन्हें गुलदस्ता भेंट कर विजय की शुभकामनाएं दीं। इन नेताओं का कहना है कि भाजपा ने मधु गोयल को टिकट देकर जो धोबीपाट मारा है, उसका विरोध करने की स्थिति में वे बड़े नेता भी नहीं हैं जो अपनी पत्नियों के लिए टिकट की उम्मीद लगाए हुए थे।