मुजफ्फरनगर, 15 मार्च (बु.)। मीरापुर से बिजनौर मार्ग पर स्तिथ शीतला माता बबरे वाली माता के मंदिर में चल रहे मेले में बुद्धवार को मां के दिव्य दर्शन व पूजा अर्चना करके के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। हजारों श्रद्धालुओं ने इस दौरान प्रसाद चढाकर माता के दर्शन से अपनी मन की मुरादे मांगी। महाभारत कालीन यह मंदिर बबरे वाली माता के नाम से प्रसिद्ध है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 5724 वर्ष पूर्व महारथी अर्जुन के पुत्र मणिपुर नरेश बबरू वाहन ने की थी। महाभारत के युद्ध के दौरान बबरू वाहन द्वारा इस तपोभूमि पर की गई घोर तपस्या से प्रसन्न होकर शीतला माता ने उन्हें साक्षात दर्शन दिए थे।
मान्यता है कि इस मंदिर में प्रसाद चढ़ाने से श्रद्धालुओं की मन्नते पूर्ण होती है। इस मंदिर में प्रसाद बोलने व चढ़ाने से चेचक की बीमारी पूरी तरह ठीक हो जाती है। मंदिर प्रांगण में पूर्व में एक कुंआ था जिसका पानी पीने व स्नान करने से त्वचा रोग समाप्त हो जाते थे। सदियों से इस मंदिर की देश विदेश में ऐतिहासिक मान्यता है।
हर वर्ष मंदिर प्रांगण में लगने वाले भव्य मेले में दूरदराज के लाखों श्रद्धालु माता के दर्शन कर प्रसाद चढ़ाकर मन्नते मांगते है। बुधवार को मंदिर प्रांगण में श्री राम ट्रांसपोर्ट वालो की और से एक विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया था जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में भंडारे का शुभारंभ करने पहुंचे प्रेस काउंसिल के सदस्य व बुलेटिन सम्पादक अंकुर दुआ ने किया इस दौरान श्री राम ट्रांसपोर्ट से विशु तायल व उनका परिवार भी मौजूद रहा।
इस आयोजन में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए मीरापुर थाना पुलिस द्वारा पर्याप्त पुलिस बल मेले में तैनात किया गया है। मंदिर समिति के मंत्री अनिरूद्ध शारदा की माने तो बुधवार को माता के दर्शन व प्रसाद चढ़ाने के लिए पहले के मुकाबले ज्यादा भक्तो की भीड़ देखने को मिली। बुधवार को मंदिर प्रांगण में विशाल भंडारा करने के बाद गुरुवार को इसका समापन किया जाएगा। श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए मेले में अनेकों दुकानों के अलावा झूलों आदि की भी व्यवस्था रहती है।