मुजफ्फरनगर, 16 मार्च (बु.)। ऊर्जा निगम कर्मियों ने पूर्व घोषित निर्णय के बीच गुरुवार को भी नुमाईश कैंप सर्किल ऑफिस में अपनी लंबित मांगों को लेकर धरना जारी रखा। ऊर्जा निगम कर्मियों ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि ऊर्जा मंत्री के साथ में बीते 3 दिसंबर को हुए लिखित समझौते को प्रबंधन के टालमटोल रवैए के चलते अब तक लागू ही नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि ओबरा और अनपरा की नई इकाइयां एनटीपीसी को देने व पारेषण के निजीकरण को लेकर उनका विरोध जारी है। इन तमाम बातों को लेकर जनपद में ऊर्जा निगम कर्मियों ने धरना देते हुए विरोध प्रदर्शन किया। बुधवार को नुमाईश कैंप स्थित सर्किल ऑफिस में दिए गए धरने के दौरान संयोजक इंजी. मुकेश मुकीम ने कहा कि बुधवार को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन के नकारात्मक रवैये के चलते बड़े टकराव को टालने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप की अपील की जा रही है। उन्होंने कहा कि बुधवार को आम सभा के माध्यम से मुख्यमंत्री से ऊर्जा निगमों में इन कार्यो का स्वच्छ वातावरण बनाए जाने के लिए हस्तक्षेप की प्रभावी अपील की गई है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा मंत्री एके शर्मा व मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के साथ 3 दिसंबर को हुए समझौते का क्रियान्वयन न होने से बिजलीकर्मियों में रोष है। धरने पर संघर्ष समिति से जुड़े अधिकांश वक्ताओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि समझौते के क्रियान्वयन में सबसे बड़ी बाधा ऊर्जा निगम के चेयरमैन का रवैया है। वह ऊर्जा मंत्री के साथ पूर्व में हुए समझौते को ही मानने से इंकार कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि ऊर्जा निगम चेयरमैन का रवैया इतना नकारात्मक है कि शक्ति भवन में उपस्थित रहते हुए भी अपर मुख्य सचिव से इस बीच संघर्ष समिति की वार्ता नहीं हो रही है। धरने पर मौजूद कर्मियों ने शासन-प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि गुरूवार 16 मार्च तक ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते का क्रियान्वयन सुनिश्चित नहीं किया गया तो अपने सम्मान की खातिर गुरूवार की रात्रि 10 बजे से उत्तर प्रदेश के सभी ऊर्जा निगम के सभी विद्युत कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर, अभियंता एवं निविदा व संविदाकर्मी अब 72 घंटे की हड़ताल करने के लिए बाध्य होंगे। बुधवार को 10 बजे से हड़ताल प्रारंभ करने की घोषणा करते हुए 16 मार्च रात 10 बजे तक विद्युत कर्मियों ने इस बीच में फिर कार्य बहिष्कार की भी घोषणा की। इस दौरान संघर्ष समिति से जुड़े ई. आईपी सिंह, इं. अतुल यादव, इं. जगरोशन, कमल सिंह, गुलजार अहमद, मुकेश मुकीम, इं. पवन शर्मा, अंकित सिंह, इं. नितिन अरोड़ा, इं. बीबी गुप्ता, इं. आरएन त्यागी, इं. पूसी वर्मा, इं. रमजित सिंह, एसडीओ आईपी सिंह, जेई विनीत अरोरा समेत बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।