चंडीगढ़, 25 सितम्बर(वार्ता) पंजाब के हाल ही में बने नये मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने रविवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे जिसमें 15 नये मंत्री शामिल किये जाएंगे।
सूत्रों के अनुसार शपथग्रहण समारोह राजभवन में सायं 4.30 बजे होगा जिसमें राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित 15 नये मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण कराएंगे। बताया जाता है कि राज्य मंत्रिमंडल में नये मंत्रियों के नामों की सूची पर कांग्रेस हाईकमान ने अंतिम मुहर लगा दी है जिसके लिये श्री चन्नी को शनिवार को पुन: दिल्ली बुलाया गया था।
श्री चन्नी ने आज दिल्ली से यहां पहुंचने के बाद राज्यपाल से मुलाकात की तथा मंत्रिमंडल विस्तार के लिये उन्हें औपचारिक पत्र सौंपा। इससे पहले गत 20 सितम्बर सोमवार को श्री चन्नी ने मुख्यमंत्री और श्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और श्री ओम प्रकाश सोनी ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। राज्य मंत्रिमंडल में अधिकतम संख्या 18 तक ही हो सकती है।
सूत्रों के अनुसार नए मंत्रियों में सात नये चेहरे लिये जा सकते हैं और आठ पुराने चेहरों की भी वापसी हो सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के पांच करीबी मंत्रियों की छुट्टी होने की सम्भावना है। इनमें साधु सिंह धर्मसोत, बलवीर सिद्धू, राणा गुरमीत सोढ़ी, गुरप्रीत कांगड़ और सुंदर शाम अरोड़ा हो सकते हैं। श्री धर्मसोत पर पोस्टमैट्रिक छात्रवृत्ति में कथित तौर पर घोटाले के आरोप हैं। वहीं सोढी और अरोड़ा भी कैप्टन के खासमखास हैं। श्री कांगड़ उनके दामाद को सरकारी नौकरी दिलाने के कारण निशाने पर रहे हैं।
बताया जाता है कि मंत्रिमंडल में मनप्रीत बादल, विजयेंद्र सिंगला, रजिया सुल्ताना, ब्रह्म मोहिंदरा, अरुणा चौधरी, भारत भूषण आशु, तृप्त राजिंदर बाजवा और सुख सरकारिया की वापसी हो रही है। श्रीमती सुल्ताना के पति मोहम्मद मुस्तफा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार हैं। वहीं अरुणा चौधरी श्री चन्नी के साथ रिश्तेदारी है। श्री आशु के पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ अच्छे सम्बंध बताये जाते हैं। श्री बाजवा और श्री सरकारिया कैप्टन के खिलाफ आवाज बुलंद करने वालों में शामिल थे। मंत्रिमंडल में जिन सात नये चेहरों को लिये जाने की सम्भावना है उनमें सर्वश्री राजकुमार वेरका, परगट सिंह, संगत गिलजियां, गुरकीरत कोटली, कुलजीत नागरा, राणा गुरजीत सिंह और अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग शामिल हैं।
इससे पहले श्री चन्नी की दिल्ली में दिल्ली में पार्टी हाईकमान के साथ हुई तीन बैठकों में भी मंत्रियों के नाम तय नहीं हो सके। बताया जाता है कि श्री गांधी के घर शुक्रवार रात पुन: दो बजे तक चार घंटे मंथन चला तथा इसमें कैप्टन खेमे को भी साधते हुये मंत्रियों के नामों पर अंतिम मुहर लग सकी। इस बैठक में प्रियंका गांधी, हरीश रावत, अजय माकन और के.सी. वेणुगोपाल भी शामिल हुये।