हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में रविवार रात से भारी बारिश हो रही है, जिस कारण नदी नाले उफान पर हैं। मॉनसून ने हिमाचल में रौद्र रूप दिखाया है. बीते चौबीस घंटे में बारिश ने जमकर तबाही मचाही है. सूबे के कांगड़ा जिले में सबसे ज्यादा नकुसान हुआ है. यहां कई घर और गाड़ियां बही हैं. प्रदेश में सैंकड़ों सड़कें बंद हैं. हालांकि, अब मिली जानकारी के अनुसार, लेह-मनाली हाईवे औट-लूहरी-रामपुर हाईवे, शिमला-किन्नौर हाईवे लैंडस्लाइड के चलते बंद हो गए हैं.
पागलनाला में बाढ़ आने से औट-लारजी-सैंज मार्ग बंद हो गया। यहां सब्जियों के साथ निगम की बसें व अन्य वाहन फंसे गए हैं। जिला में करीब 15 से अधिक सड़कों पर भूस्खलन होने से अवरूद्ध हो गई है। वहीं हिमाचल पथ परिवहन निगम की चार बसें फंस गई है। ब्यास, पार्वती, सरवरी खड्ड सहित जिला के नदी-नाले उफान पर हैं। मानसून की पहली बरसात में ही कुल्लू शहर पानी-पानी हो गया है। सड़क व रास्तों में जगह-जगह पानी के तालाब बनने से राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं दूसरी ओर झमाझम बारिश होने से किसानों-बागवानों ने राहत की सांस ली है। सेब और अन्य फसलों के लिए बारिश संजीवनी का काम करेगी। उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि मंगलवार तक जिला में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। ऐसे में लोगों व पर्यटकों से आग्रह किया गया है कि वह नदी नालों के समीप न जाएं।