मेरठ, 14 मई (बु.)। मेरठ में कोरोना महामारी एक घातक रूप ले चुकी है। दिनों दिन कोरोना मरीजों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। मेरठ में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामले प्रशासन के लिये चिंताजनक बने हुये हैं। जिला प्रशासन अब कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए लॉकडाउन को सख्त बनाने की कवायद में जुट गया है। इसी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने आज पूर्णतया लॉकडाउन घोषित किया है। जानकारी के मुताबिक सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़ी दुकानें ही खुलीं। मेरठ की सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखाई दिया।
14 मई यानि कि गुरुवार को पूरे जनपद में कम्प्लीट लॉकडाउन का एलान किया गया। गुरुवार को केवल दूध की डेयरी और मेडिकल स्टोर ही खुले रहे। जबकि फल सब्जी और किराने की दुकान से लेकर दूसरे बाज़ारों में संचालित अन्य मंडिया पूरी तरह से बंद रहीं। इसके अलावा किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाज़त नहीं थी। प्रशासन ने चेतावनी दी थी कि बाहर निकलने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान आला अफसरों ने सड़कों पर उतरकर सघन चेकिंग कराई। पुलिस ने शहर में सभी जगह सख्ती बरती। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दोपहर 12:00 बजे तक ही 1230 वाहनों के चालान काटे गए। 135 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसके अलावा दोपहर तक 33 वाहनों को सीज किया गया।