मुजफ्फरनगर, 27 अप्रैल (बु.)। पिछले चार दिनों से इलेक्ट्रॉनिक मार्किट के दुकानदारों ने पंखा बेचने की अनुमति जिला प्रशासन से मांगी हुई है, लेकिन जिला प्रशासन उक्त कारोबारियों के नुकसान की ओर ध्यान न देते हुए अपनी हठधर्मिता करता दिखाई पड़ रहा है और इलेक्ट्रॉनिक दुकानदारों का आर्थिक व मानसिक शोषण कर रहा है। गृह मंत्रालय की ओर से पांच दिन पहले ही साफ कर दिया गया था कि पंखे की दुकानें खुलने की इजाजत दी जा सकती है, लेकिन राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल व जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला द्वारा डीएम व एडीएम से दो बार बात किये जाने के बाद भी उक्त मामला ठण्डे बस्ते में ही पड़ा हुआ है। मुजफ्फरनगर बुलेटिन ने भी व्यापारियों के हित में कई बार समाचार प्रकाशित कर प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की अपील की थी, लेकिन इन सब बातों को दरकिनारे कर सोमवार शाम तक भी इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी इधर-उधर से सिफारिश करते हुए लाचार दिखाई पड़ रहे थे। लेकिन उनकी समस्या का समाधान प्रशासन सहित कोई भी सत्ताधारी करने को तैयार नहीं था। अब देखना यह होगा कि उक्त इलेक्ट्रॉनिक दुकानदारों का गृह मंत्रालय द्वारा आई गाइड लाइन के बावजूद भी दुकान न खोलने पर कब तक प्रशासन हामी नहीं भरता और दुकानदारों का बादस्तूर मानसिक व आर्थिक शोषण किये रखता है। प्रशासन को उक्त दुकानदारों द्वारा यह भी आश्वासन दे दिया गया था कि वे अपने गोदामों से भी पंखे की डिलीवरी आसानी के साथ कर सकते हैं और सोशल डिस्टेंस के नियमों का पालन भी आसानी से किया जा सकता है। बावजूद उसके प्रशासन ने उक्त दुकानदारों की एक भी बात न सुनकर उनके प्रतिष्ठान बंद करा रखे हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन कब तक अपनी हठधर्मिता पर कायम रहता है।