लखनऊ, 04 अप्रैल (वार्ता)। उत्तर प्रदेश में तब्लीगी जमात के 94 सदस्यों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के साथ शनिवार तक यहां जानलेवा कोविड-19 से प्रभावित मरीजों की तादाद बढ़कर 227 हो गयी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद समूचे राज्य में तब्लीगी जमात के सदस्यों की तलाशी का सघन अभियान छेड़ दिया गया है। इस सिलसिले में अब तक 1302 लोगों को चिन्हित किया जा चुका है और इनमें से एक हजार को क्वारंटीन के लिये भेज दिया गया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने शनिवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मेरठ में सबसे अधिक तब्लीगी जमात के 307 सदस्यों की अब तक पहचान की गयी है जबकि वाराणसी में 242,गोरखपुर में 230, बरेली में 148, आगरा में 115, लखनऊ में 83, गौतमबुद्धनगर में 70, प्रयागराज में 51 और कानपुर में 37 जमात से जुड़े लोगों की पहचान की गयी है। इसके अलावा जमात से जुड़ 306 विदेशी नागरिक भी मिले हैं जिनमें सबसे ज्यादा 169 मेरठ में पाये गये हैं। पुलिस ने इनमे से 36 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और 228 के पासपोर्ट भी जब्त कर लिये हैं। उन्होंने बताया कि बचाव के तहत उठाये गये एहतियाती कदमों में जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित पाये गये हैं, वहां के आसपास के तीन किमी क्षेत्र को सील कर सैनीटाइजेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्र के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें होम क्वारंटीन के लिये कहा जा रहा है।
तब्लीगी जमात के लोगों के बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमित पाये जाने से चिंतित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को सभी जिलों के धर्मगुरूओं से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये संवाद करेंगे। इस बैठक मे विभिन्न धर्माे के करीब 990 धर्मगुरू हिस्सा लेंगे। श्री योगी ने आज वीडियो कांफ्रेसिंग से सभी दलों के विधायकों से कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर विचार विमर्श किया।