मुज़फ्फरनगर, 06 अप्रैल (बु.)। देश और दुनिया मे फैली कोरोना वायरस महामारी की इस जंग में देश का हर एक नागरिक अब कंधे से कन्धा मिलकर खड़ा है। 21 दिनों के इस लॉक डाउन में हर कोई किसी ना किसी तरह से आपमे अपने अंदाज में मदद के लिए तैयार दिखाई दे रहा है। जिसकी एक और मिसाल उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर की खतौली तहसील में देखने को मिला। कस्बे के हई रहने वाले नन्हें मासूम भाई बहन आज अपने दादा के साथ बैंक पहुँचे सब उनको देखते ही रह गए क्योकि उनके हाथों में छोटी छोटी गुल्लके थी जिनमे उनके द्वारा जमा किए गए पैसे थे। बुजुर्ग दादा से जब बच्चों के साथ बैंक आने की वजह लोगो ने पूछी तो सभी ने मासूम बच्चों के इस हौसले को सलाम किया। बुजुर्ग दादा राजकुमार की माने तो बच्चे अपनी गुल्लक में जमा जमा राशि को प्रधानमंत्री राहत कोष में दान करने के लिए आए है।
मुज़फ्फरनगर- दादा के साथ बैंक आए मासूमों का पुलिसकर्मियों ने तालियों से किया अभिवादन
इस दौरान इन मासूमो की सोच पर हर कोई गर्व करता नजर आया, पुलिस वालो ने भी तालियां बजाकर इन बच्चो की हौसला अफजाई की। दरअसल सोमवार को मासूम आयुष और आयुषी दोनों भाई बहन अपने दादा राजकुमार के साथ अपनी गुल्लक लेकर क्षेत्र के स्टेट बैंक में पहुँचे जहाँ इन मासूमो ने अपनी गुल्लक के पैसो को प्रधानमंत्री रहत कोष को दान किये। कोरोना वॉयरस से इस जंग में आयुष ने 2630 और आयुषी ने 2410 रुपयों का योगदान किया तो वही इनके दादा राजकुमार ने भी 5 हज़ार रूपये प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा कराये। ताकि इस मुश्किल की घडी में उनका ये पैसा किसी मजलूम के काम आ सके।