लाहौर, 26 अप्रैल (बु.)। कोरोना महामारी से जहां पूरा विश्व संकट में है वहीं पाकिस्तान भी इससे अछूता नहीं है। कोरोना वायरस से पाकिस्तान में 12670 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि 265 लोगों की जान चली गई है। पाकिस्तान में कई डॉक्टरों और नर्स की भी मौत हो चुकी है क्योंकि इन्हें बचाव के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) नहीं मिल पाए। इसको लेकर डॉक्टर कई दिनों से मांग कर रहे हैं। कई शहरों में डॉक्टरों ने प्रदर्शन कर इमरान सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया है।
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में 150 हेल्थ वर्कर्स कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं जिसके चलते अब मेडिकल स्टाफ लाहौर में पीपीई की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गया है। हालांकि, भूख हड़ताल पर बैठे मेडिकल स्टाफ बारी-बारी से हॉस्पिटल में मरीजों का इलाज भी कर रहे हैं। इसी महीने पाकिस्तान के क्वेटा में पीपीई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे करीब 50 डॉक्टर को गिरफ्तार भी कर लिया गया था।
डॉक्टरों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मान लेती तब तक ये भूख हड़ताल यूहीं जारी रहेगी। डॉक्टरों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि इमरान सरकार उनकी मांग मानने से इंकार कर रही है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर हमे नहीं बचाया गया तो पूरी आबादी को खतरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 30 डॉक्टर और नर्स हड़ताल पर बैठे हैं, जबकि रोज 200 मेडिकल स्टाफ प्रदर्शन में उनके साथ आ रहे हैं।