दिखा चांद, शुरू हुआ रमजान मुकद्दस
दिखा चांद, शुरू हुआ रमजान मुकद्दस
मुज़फ्फरनगर, 24 अप्रैल (बु.)। नगर में आज रमजान के चांद के दीदार के साथ लोगों ने एक दूसरे को चांद की मुबारकबाद दी और इसके साथ ही तराबीह का सिलसिला शुरू हो गया। इस बार लॉक डाउन के चलते मस्जिदों में कोई आयोजन नहीं होगा और लोग घरों में ही नमाज व तराबीह के साथ इबादत करेंगे। इसकद्मह्य लेकर पहले ही प्रशासन के साथ-साथ तमाम मुस्लिम उलेमा भी ऐलान कर चुके हैं।
रमजान मुबारक का चांद आज शाम नजर आया तो इसके साथ ही लोगों ने फोन पर एक दूसरे को रमजान की मुबारकबाद देते हुए अल्लाह से मु़ल्क में सेहत और खुशहाली के लिए दुआएं कीं। इसके साथ ही घरों में ही नमाज और तराबीह का सिलसिला शुरू हो गया। तमाम लोगों ने घर पर इस फरीजे को अंजाम दिया। इसके चलते आज सुबह खरीदारी का भी खासा जोर रहा। इमाम संगठन के प्रदेश सदर मु ती जुल्फिकार ने फिर लोगों से अपील की कि लॉक डाउन के चलते अपने घरों पर ही नमाज पढ़ें। लॉक डाउन के चलते मुस्लिम आबादियों में शाम के वक्त नजर आने वाली भीड़ भी आज नदारद रही। कल सुबह सहरी के साथ पहला रोजा होगा और इसके बाद लॉक डाउन में लोगों को घरों में आराम और इबादत का भी मौका मिलेगा। दारुल उलूम देवबंद ने रमजान को लेकर हिदायतें जारी करते हुए कहा है कि किसी बीमारी में ग्रस्त होने पर ही रोजा छोड़ सकते हैं। रोजा छोडऩे के लिए किसी मु ती से मसअला जरूर मालूम कर लें। लॉकडाउन के चलते जुमे की नमाज सहित अन्य नमाजों, तरावीह को भी घरों में ही अदा करें। मस्जिदों में शासन और स्वास्थ्य विभाग की हिदायतों पर अमल करना चाहिए। यदि मस्जिदों में कुछ लोगों को नमाज पढऩे की छूट दी जाती है तो कुछ लोग ही जाएं। बार-बार ना जाएं बल्कि दूसरे लोगों को भी मौका देते रहें। साथ-साथ मस्जिदों की मदद भी करते रहें। मस्जिदों में वही लोग नमाज और तराबीह अदा करें जिन्हें इजाजत मिली हुई है। घरों पर चार-पांच लोगों की जमात न हो सके तो अपनी-अपनी नमाज अदा कर अल्मतरा कैफ से तरावीह अदा करें। लॉकडाउन के चलते छह या दस दिन की तरावीह पढऩे के बजाए प्रतिदिन एक या सवा सिपारा पढ़ें या सुनें। रोजे में सहरी और इ तार अपने-अपने क्षेत्रों की जंतरी के हिसाब से करें। लॉकडाउन के चलते इ तार पार्टी और मस्जिदों में इ तार से बचें। लॉकडाउन में प्रशासन द्वारा तय समय में ही इ तार और सहरी के जरुरी सामान की खरीदारी करें।
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