जानसठ, 18 अप्रैल (बु.)। लॉकडाउन लोगों को अपने से दूर बहुत दूर किए हुए हैं। लोग अपनों के अंतिम दर्शन तक नहीं हो पा रहे हैं। कस्बे में एक बेटी को अपनी मां के अंतिम दर्शन के लिए वीडियो कॉल का सहारा लेना पड़ा। लॉकडाउन के चलते महिला अपनी मां की अंत्येष्टि में भी शामिल नहीं हो पाई, जिसका उसे ताउम्र मलाल रहेगा। लॉकडाउन के चलते एक ओर जहां जिंदगी को बचाने की कवायद की जा रही है, वहीं इसके चलते लोगों को अपनों के अंतिम दर्शन से भी वंचित रहना पड़ रहा है। कस्बे के मौहल्ला मिश्रान में एक महिला का मायका मेरठ जिले में है। शुक्रवार की शाम उसे सूचना मिली की उसकी मां का देहांत हो गया है। उसने अपनी मां के अंतिम दर्शन करने की इच्छा जाहिर की, तो लॉकडाउन आड़े आ गया। उसने किसी तरह से वहां पहुंचने की कोशिश की, तो रास्ते में चल रही चैकिंग के कारण उसे वापस लौटना पड़ा, जिससे उसे उसकी मां के अंतिम दर्शन तक नहीं हो पाए, जिसके चलते महिला गुमसुम हो गई। उसके पुत्र ने अपने मामा को वीडियो कॉल करके अपनी नानी के अंतिम दर्शन कराने का आग्रह किया। उसके आग्रह पर मामा ने मां के अंतिम दर्शन कराए, जिसे देखकर महिला की हालत में कुछ सुधार हुआ। महिला के पुत्र ने बताया कि उसने काफी कोशिश की, लेकिन वह अपने परिवार के साथ अपनी नानी के अंतिम दर्शन को नहीं पहुंच पाया था, जिससे उसकी मां की हालत काफी खराब होने के साथ उसके अंतिम दर्शन का मलाल पूरी जिंदगी रहेगा, लेकिन वीडियो कॉल से अंतिम दर्शन के बाद उसकी मां को कुछ सकुन आया है।