मुजफ्फरनगर, 9 अप्रैल (बु.)। संकट काल में भी कुछ लोग अफवाहें फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही लोग अफवाहें फैला रहे है कि कोरोना के चलते केंद्र सरकार द्वारा जनधन खातों में पांच-पांच सौ रुपये की जो राशि भेजी जा रही हैं, उसे मुस्लिम महिलाओं के खाते से निकाल लिया जाएगा। हालांकि सरकार ने इसका खंडन किया है। अफवाह बाज इस तरह की अफवाहें उड़ा रहे हैं कि सरकार जनधन खातों में जो पांच-पांच सौ रुपये दो किश्तों में भेज रही है, उसे मुस्लिम परिवारों के खाते से निकाल लिया जाएगा। इसके चलते लोगों को गुमराह किया जा रहा है। बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं इन जनधन खातों की लाभार्थी हैं। सरकार ने इस तरह की अफवाहों को कोरी बकवास बताया है। इसके साथ ही वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत महिला खाताधारकों के खातों में अगले दो माह के दौरान 500-500 रुपए की दो समान किस्तों में 1,000 रुपए डाले जाएंगे। महिला जनधन खाताधारकों के खातों में पहली किस्त के रूप में अप्रैल में 500 रुपए डाले गए हैं। मंत्रालय ने लोगों से कहा है कि वे इसको लेकर किसी तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। अगले दो महीने में दो किस्तें और डाली जाएंगी। इस बीच, सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक ने लाभार्थियों से कहा है कि वे इन अफवाहों पर ध्यान नहीं दें कि यदि वे इस पैसे को नहीं निकालेंगी तो सरकार उसे वापस ले लेगी। इन अफवाहों के चलते बड़ी सं या में लोग बैंकों में पैसा निकालने के लिए जुट रहे हैं। एसबीआई में सबसे ज्यादा जनधन खाते हैं। इसके चलते बैंकों की शाखाओं में भीड़ जमा हो रही है और कोरोना वायरस पर अंकुश के लिए सामाजिक दूरी दिशानिर्देशों का उल्लंघन हो रहा है।