खरगोन, 9 अप्रैल (वार्ता)। मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में फ्रांस से लौटे चार्टर्ड अकाउंटेंट युवक ने स्वयं को क्वॉरेंटाइन कर अन्य लोगों को संक्रमण से बचाया वहीं दूसरी एक अन्य व्यक्ति ने बीमारी को छुपाते हुए अपने परिवार के आठ अन्य सदस्यों को संक्रमित कर दिया।
कलेक्टर गोपाल चंद्र डाड ने बताया कि जिला मुख्यालय का 49 वर्षीय एक व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका के डरबन से लौटने के दौरान दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में अपनी पत्नी के साथ शामिल हुआ था। उसने 22 मार्च को खरगोन आने के उपरांत अपने निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने की बात को छिपाया और वह रिश्तेदारों से मिलता-जुलता रहा तथा बाजार में भी घूमता फिरता रहा। उसने जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कर्मचारियों को भी इस बात की इत्तला नहीं दी।
उसके खरगोन में इस तरह के घूमने-फिरने की सूचना पर उसे उसकी पत्नी के साथ 31 मार्च को खरगोन जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया। 4 अप्रैल को उसकी कोरोनावायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आई तथा उसी दिन उसकी 70 वर्षीय मां की मृत्यु हो गई। उसके 15 से अधिक परिजनों व कांटेक्ट में आए लोगों के सैंपल जांच हेतु भेजे गए और कल रात उसकी मां, पिता ,भाई ,भाई की पत्नी तथा 4 बट्टचों समेत 9 सगे रिश्तेदारों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। प्रशासन फिलहाल उसके कांटेक्ट में आए अन्य लोगों को ढूंढने में लगा हुआ है, ताकि उनका परीक्षण किया जा सके। उन्होंने बताया कि दक्षिण अफ्रीका से लौटकर मरकज में शामिल होकर यहां आये व्यक्ति की असावधानी के चलते उसकी मां को भी कोरोनावायरस संक्रमण हो गया जिसके चलते उनका निधन हो गया।