मुज़फ्फरनगर, 25 मार्च (बु.)। कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ छेड़ी जंग के बीच वर्तमान में बेजुबान जानवरों के आगे पेट की भूख शांत करने का संकट बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में बेसहारा एवं निराश्रित गो वंश के साथ ही अवारा घूमते गली के कुत्ते एवं अन्य पशुओं का बुरा हाल है। हालांकि जिला प्रशासन इन संवेदनशील मुद्दों को लेकर असमंजस्य में है, पर नगर के धन कुबेरों के आगे ऐसी कोई विड बना नहीं होगी। अच्छा हो ऐसे लोग इन बेजुबान पशुओं के साथ अन्य जानवरों को लेकर भी चिंतन करें। वैश्विक मुसीबत के रूप में देश में आए संकट से मानव के साथ बेजुबान जानवर भी अछूते नहीं। बुधवार को जनपद में जारी लॉकडाउन के बीच दूसरे ही दिन नगर क्षेत्र में बुलेटिन की टीम निकली तो इन बेजुबान जानवरों को लेकर दु:खदायी परिणाम सामने आए। नगर के अधिकांश मार्गो पर सन्नाटे को तोड़ते हुए वाहनों की गूंज के बीच सड़क किनारें घूमते गौवंश के साथ ही गली-मौहल्लों के साथ सुनसान क्षेत्रों में कुत्ते पापी पेट की भूख शांत करने को टकटकी लगाए या इंतजार में थक हारकर निंद्रा की तैयारियों में जुटे दिखाई दिए। कहना गलत न होगा कि इस दिशा में शहर के धनाड्य लोगों के साथ अन्य लोगों को भी चिंतन करना होगा, ताकि इन बेजुबानों के पेट की भूख भी शांत हो सकें।