नई दिल्ली, 29 मार्च (वार्ता)। प्रसिद्ध इतिहासकार एवं राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद (एनसीआरटी) के पूर्व डीन प्रोफेसर अर्जुन देव का रविवार सुबह यहाँ एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 80 वर्ष के थे। उनके परिवार में केवल पत्नी हैं। श्री अर्जुन देव पिछले एक सप्ताह से बीमार चल रहे थे। उनका जन्म अविभाजित पाकिस्तान के नार्थ वेस्ट फ्रंटियर में हुआ था। वह 2003 में एनसीआरटी से प्रोफेसर के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने प्रख्यात इतिहासकार रोमिला थापर, विपिन चन्द्र और रामशरण शर्मा की पुस्तकों का सम्पादन किया था तथा एनसीआरटी से प्रकाशित इतिहास की किताबें उनके नेतृत्व में निकली थी, जिससे देश के स्कूलों में इतिहास की समझ विकसित हुई थी। वह सफदर हाशमी मेमोरियल ट्रस्ट से भी जुड़े थे। उन्होंने भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद की फ्रीडम ऑफ इंडिया परियोजना के एक खण्ड का सम्पादन किया था, लेकिन उनके द्वारा संपादित दूसरा खण्ड नहीं छप सका। यह कुल 19 खंडों की योजना थी जिसमें देश के नामी गिरामी इतिहासकार जुड़े थे।