दिल्ली, 31 मार्च। दक्षिण दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में पिछले दिनों आयोजित हुए तब्लीगी जमात के लोगों के कोरोना से संक्रमित होने से बवाल मचा हुआ है। तब्लीगी जमात के मरकज में 1500 से ज्यादा लोग मौजूद थे। वहां मौजूद 24 लोग अब तक कोरोना पाजिटिव मिले हैं जबकि 9 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन की जानकारी के अनुसार अब तक 700 लोगों को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया है जबकि 334 लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मरकज सेंटर पर डॉक्टरों की टीम डेरा डाले हुई है। तकरीबन 1300 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है और आस-पास के इलाके को भी सैनिटाइज़ किया जा रहा है। मिल रही जानकारी के अनुसार मरकज में शामिल होने के लिए विदेशों से भी करीब 200 लोग आए थे। वहीं हरियाणा, पंजाब समेत 20 राज्यों से भी लोग इकट्ठा हुए थे।
मरकज के कार्यक्रम से पूरे देश में हड़कंप मच गया है। हर प्रदेश ने अलर्ट जारी किया है। जमात से आए लोगों की तलाश की जा रही है। अंडमान में करीब 10 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं जिनमें से 9 लोग निजामुद्दीन से आए थे जबकि 10वी मरीज इन्हीं में से किसी एक मरीज की पत्नी है जो कोरोनो पॉजिटिव मिली है। कर्नाटक स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार निजामुद्दीन तब्लीगी मरकज में शामिल हुए 24 से ज्यादा लोग बेंगलुरु में चिह्नित किए गए हैं। 58 लोगों को क्वारंटीन किया गया है। उत्तर प्रदेश में भी मरकज के कार्यक्रम में शामिल हुए 157 लोगों की पुलिस तलाश कर रही है। तेलंगाना में करीब 200 लोगों को क्वारनटीन किया गया है, जबकि तमिलनाडु में 800 लोगों की पहचान की गई है।
दिल्ली सरकार का कहना है कि आयोजकों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। एफआईआर के निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं मरकज ने अपने बचाव में कहा है कि लॉकडाउन के निर्देश मिलने के तुरंत बाद करीब 1500 लोगों को रवाना कर दिया गया था। बाकि बचे लोगों को भेजने के लिए कुछ गाड़ियों की एक लिस्ट पुलिस के पास भेजी गई थी ताकि परमिशन मिल सके।
दरअसल निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज कार्यक्रम का मामला तब खुला जब दिल्ली में 64 साल के एक शख्स की मौत हुई। यह शख्स कोरोना पॉजिटिव मिला था। इसके बाद 33 लोगों को भर्ती कराया गया जिसमें से कुछ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद पूरा प्रशासन हरकत में आया और पूरे सेंटर को खाली कराया गया।