मुजफ्फरनगर, 30 मार्च। लॉकडाउन के बीच किसानों की समस्याओं को लेकर आज भारतीय किसान यूनियन ने बयान जारी करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के चलते आवश्यक कार्यों का संकट गहराता जा रहा है। गुड़ मंडी में गुड़ और शक्कर की खरीद न होने से कोल्हु संचालक परेशान हैं। सैकड़ों कोल्हू बंदी के कगार पर पहुंच चुके हैं। किसानें का गन्ना आज भी 50%खेत में खड़ा है। किसानों के सामने गन्ना कटाई का संकट गहराता जा रहा है। शुगर मिल से पर्ची नहीं मिल पा रही है। प्रशासन को तुरंत मंडी में गुड़ ,शक्कर की खरीद चालू करनी चाहिए। जिले की सीमाओं के नाम पर भी गुड़ को जाने से रोका जा रहा है। पशु आहार पर भारी कालाबाजारी होने से खल, छुरी,चोकर के दाम भी बढ़ चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में पशु आहार का भी संकट है। दूध के दाम गिर रहे हैं,पशु आहार के दाम बढ़ रहे हैं। इसकी कालाबाजारी पर तुरंत रोक लगनी चाहिए अन्यथा पशुपालकों को काफी नुकसान होगा।
यूनियन का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों से गंभीर मरीज शहर में इलाज के लिए नहीं आ पा रहे हैं। पुलिस द्वारा चालान के डर से कोई निजी वाहन से मरीज को लेकर आने को तैयार नहीं हैं। पुलिस को मानवीय जरूरत के आधार पर कार्य करने की जरूरत है। शहर के निजी प्रक्टिस करने वाले डॉक्टर महिलाओं की डिलीवरी तक मना कर रहे हैं। इससे भी समाज में भय का माहौल बना है।
भारतीय किसान यूनियन जिला प्रशासन से अपील करती है कि इन समस्याओं को संज्ञान में लेकर समाधान कराए और नागरिक भी इस लॉक डाउन का पूर्णतया पालन करे।
भारतीय किसान यूनियन कोरोना वायरस के संबंध में जागरूक हेतु भी प्रशासन को सहयोग के लिए तैयार है।