मुज़फ्फरनगर, 27 मार्च (बु.)। संकट में पड़ौसी ही काम आते हैं, उक्त कहावत कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जारी लॉकडाउन में देशभर में देखने को मिल रहा है, जिससे प्रदेश का जनपद मुज़फ्फरनगर भी अछूता नहीं। कल तक जो लोग टूथपेट और साबुन जैसे सामान की खरीदने को शॉपिंग माल से करते थे, आज गलियों के पुराने दुकानदार उनकी हरसंभव मदद को तैयार हैं। वर्तमान परिवेश एवं बदलते परिवेश में रिश्तों और अपनों की परिभाषा आज भले ही बदल गई हो, मगर इस संकट की घड़ी में वही रिश्ते, लोगों के लिए फरिश्ते बन गए हैं। देश में कोरोना संक्रमण जैसी महामारी के जुझते तमाम लोगों को गली-मौहल्लों के दुकानदार अब तो मददगार साबित हुए हैं। कल तक शॉपिंग माल से छोटे-बड़े रोजमर्रा प्रयोग में आने वाले सामान को लेकर दुविधा से जुझ रहे हैं। हालांकि मौहल्ले-पड़ौस के दुकानदार अपने नियमित ग्राहकों के साथ ऐसे ग्राहकों को जिला प्रशासन की पहल पर फोन कर पूछ कर रहे है कि उन्हें प्रयोग में आने वाले किसी भी सामान आदि की जरा भी परेशानी हो तो तुरंत उन्हें बताएं, सभी जरूरी सामग्री एक फोन पर आपके घर पहुंच जाएगी। लोगों की परेशानी एवं लॉकडाउन के बीच शासन की मंशा के अनुरूप व्यवस्थाएं की गई है। नगर के सरकुलर रोड स्थित आवास विकास कालोनी निवासी योगेन्द्र शर्मा ने बताया कि उक्त कालोनी में पूर्व से चली आ रही 4-5 फुटकर दुकानें अमीर-गरीब दोनों तरह के परिवारों के लिए मददगार साबित हो रही है। उन्होंने बताया कि कालोनी में ऐसे कई परिवार हैं जो पूर्व में शोपिंग मॉल से ही सामान की खरीदारी करते थे, लेकिन इन दिनों उनके पड़ोस के दुकानदार ही काम आ रहे हैं। उन्होंने मौहल्ले के सभी लोगों को आश्वस्त कर रखा है कि पर्याप्त सामान है, इसलिए चिंतित न हों। जितना जरूरी है उतना सामान निर्धारित कीमत पर मिलेगा। वहीं जाट कालोनी निवासी राहुल चौधरी भी प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं से संतुष्ट दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि नवरात्रों के बीच लॉकडाउन के दौरान क्षेत्र में कोई दिक्कत नहीं है। आस पड़ौस के इन छोटे दुकानदारों के सहयोग के अलावा सब्जी एवं फलों की रेहड़ों-ठेलों के बूते की गई आपूर्ति से तमाम लोग संतुष्ट हैं। उधर, आयकर विभाग कार्यालय परिसर स्थित कालोनी में रहने वाले इन्कम टैक्स अधिकारी अमिताभ कुमार ने भी व्यवस्थाओं पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए वैंडरों के माध्यम से होने वाली आपूर्ति को बेहतर प्रयास बताया। इसके अलावा नगर के अन्य तमाम मौहल्लों में भी जिले में शुरू लॉकडाउन के बीच ऐसे ही हालात देखने को मिल रहे हैं, जहां शापिंग माल से जरुरी सामान की खरीदारी करने वाले लोगों के साथ ही गरीब मजदूरी पेशा लोगों में भी शुक्रवार को गली-मौहल्लों में रेहड़ी-ठेलों के माध्यम से फल-सब्जी उपलब्ध कराने से लोग संतुष्ट मिले। यहां के लोगों की माने तो प्रशासन की स ती के बाद अधिकांश व्यवस्थाएं जहां एक ओर दुरूस्त हो गई, वहीं फल-सब्जी एवं मेडिकल स्टोरों को मिली छूट से लोगों में राहत है।